देहरादून (ब्यूरो)। संडे को मोहंड में संडे को पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही। दिल्ली और आसपास के शहरों से संडे को दून घूमने आने वालों के साथ ही अपने दूसरे कामों से आ रहे लोगों को कई घंटे जाम में फंसे रहना पड़ा। जाम का सिलसिला सुबह ही शुरू हो गया था। दोपहर बाद जाम बढ़ने लगा और देर शाम तक जाम की स्थिति बनी रही। दोपहर बाद हालात ये हो गये कि 10 किमी की दूरी तय करने में 3 घंटे से ज्यादा का समय लग गया।

दोनों तरफ लगा जाम
आमतौर पर जाम एक तरफ लगता है, लेकिन एक साइड से ट्रैफिक पास होने लायक जगह मिल जाती है। लेकिन, संडे को दोनों तरफ जाम लग गया। हालात यह थी कि टूव्हीलर्स को भी आगे निकलने की जगह नहीं मिल पाई। घंटों तक व्हीकल्स एक ही जगह फंसे रहे।

पुलिया सबे बड़ी समस्या
देहरादून और मोहंड बैरियर के बीच एक पुलिया ट्रैफिक को सबसे ज्यादा परेशान कर रही है। लोहे की पुलिया के नाम से जानी जाने वाली इस पुलिया पर सिंगल ट्रैफिक ही निकल पाता है। यहां पुलिस की आमतौर पर कोई व्यवस्था नहीं होती। ऐसे में दोनों तरफ का ट्रैफिक पुलिया पर जमा हो जाता है और फिर लंबा जाम लग जाता है।

कौन कंट्रोल करे ट्रैफिक
मोहंड के जंगल में एक बार जाम लग जाए तो फिर उसे पटरी पर लाना टेढ़ी खीर होता है। यहां आमतौर पर पुलिस की कोई व्यवस्था नहीं होती। दरअसल यह क्षेत्र यूपी के सहारनपुर जिले में आता है। लेकिन, यहां कई बड़ा जाम लग जाए इससे सहारनपुर पर कोई फर्क नहीं पड़ता। परेशानी देहरादून से आने और जाने वालों की होती है। हालांकि सहारपुर जिले के कुछ पुलिसकर्मी स्थिति ज्यादा खराब होने पर यहां भेजे जाते हैं, लेकिन वे भी ट्रैफिक कंट्रोल करने के बजाय ड्यूटी टाइम पूरा करने के लिए टाइम पास करते हैं।
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