- मटर के दाम 120 तक पहुंचे, शिमला मिर्च, बीन्स भी कम नहीं
-त्योहारी सीजन में लगातार सब्जियों के दाम बढ़ने के आसार
DEHRADUN: शादियां और त्योहार के आने से सब्जियों के दाम दिन ब दिन बढ़ने लगे है। हालांकि खुशी की बात यह है कि फिलहाल फ्रूट्स के दाम काबू में हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि दून में जहां सेब भ्0 रुपए प्रति किलो मिल रहा है, वहीं मटर पनीर बनाने के लिए मटर के दाम क्ख्0 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। सब्जी मंडी के कारोबारी मान रहे हैं कि फिलहाल दीपावली तक सब्जियों के दाम बेकाबू ही रहेंगे।
गोभी में थोड़ी गिरावट
फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। शो-रूम में ऑफर्स शुरू हो चुके हैं। लेकिन फेस्टिव सीजन के दौरान लोगों के किचन में सब्जियों के महंगे दाम होने के कारण जायका बिगड़ रहा है। खास बात यह है मंडी के कारोबारी भी मान रहे हैं आने वाले फेस्टिव सीजन में सब्जियों के दाम कम नहीं होंगे। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले हफ्तेभर में लगातार सब्जियों की दरों में इजाफा हो रहा है। तीन दिन पहले तक टमाटर व प्याज के दाम मंडी में ख्भ् रुपए तक थे, अब दो दिनों में दोनों के दामों में लगातार इजाफा होते हुए दाम फ्0 रुपए तक पहुंच गए हैं। बीन्स 80, शिमला मिर्च 80, मटर क्ख्0 रुपए तक पहुंच गया है। इसके पीछे मंडी में सब्जियों की सप्लाई कम होना बताया जा रहा है। मंडी के सब्जियों के कारोबारी मान रहे हैं कि फेस्टिव सीजन में सब्जियों व फ्रूट्स की डिमांड बढ़ जाती है। लेकिन सब्जियों की सप्लाई डिमांड के मुताबिक न हो पाने के कारण सब्जियों के दामों में उछाल देखने को मिल रहा है।
सब्जियों के दाम
मटर--क्फ्0
भिंडी--भ्0
लौकी--ब्0
शिमला मिर्च--क्00
बीन्स--80
हरी मिर्च--80
करेला--ब्0
तोरई--ब्0
गोबी--ब्0
आलू--क्भ्
प्याज--फ्0
टमाटर--ख्भ्
फलों के दाम
सेब-भ्0
केला- ब्0
अमरूद- ब्0
पपीता- ख्0
अनार- 80
कुछ दिनों पहले ही टमाटर के दाम कम हुए थे, एक बार फिर से दामों में उछाल आ गया है। मटर, शिमला मिर्च तो फिलहाल किचन से दूर हो गए हैं। त्योहारी सीजन में सब्जियों की जरूरत तो जरूर होती है।
रागिनी गुप्ता।
सब्जियों के दाम बढ़ना कोई नई बात नहीं है। एक बार फिर दाम बढ़ने से गरीब लोग सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि इस बार त्योहार का मजा किरकिरा हो जाएगा।
मोिनका मिश्रा।
मटर के दाम बढ़ने से मटर पकड़ से बाहर है। ऐसे ही शिमला मिर्च व बीन्स का हाल भी है। तोरई, लौकी और प्याज तक के दाम बढ़ते जा रहे हैं। गरीब के पास अब खाने को क्या रहा।
परवीन ध्यानी।
सब्जियों के दाम अलग-अलग मंडियों में अलग-अलग हैं। जिसकी जैसी मर्जी है, वैसे सब्जियों के दाम हैं। त्योहार का सीजन नजदीक है, दिक्कत तो होगी।
बासू परविंदा।