- राज्य सरकार की नीति के अनुसार 20 परसेंट स्टॉल मिलेंगे दिव्यांगों को

- सिटी में सिर्फ तीन दिव्यांगों को ही मिल पाया है सब्जी बेचने के लिए स्टॉल

देहरादून

दिव्यांगजनों में वेंडिंग जोन में स्टॉल आवंटित करने के मामले में नगर निगम के अधिकारी राज्य सरकार की नीति की जमकर अनदेखी कर रहे हैं। राज्य सरकार की फेरी नीति के अनुसार सिटी में जो भी वेंडिंग जोन बनेंगे उनमें 20 परसेंट स्टॉल दिव्यांगजनों को अलॉट किये जाएंगे। फिलहाल देहरादून में जो वेंडिंग जोन बनाये गये हैं, लेकिन सिर्फ एक वेंडर्स जोन में तीन दिव्यांगों को स्टॉल मिल पाये हैं।

स्मार्ट जोन में एक भी दिव्यांग नहीं

पिछले वर्ष नगर निगम ने छह नंबर पुलिया के पास स्मार्ट वेंडिंग जोन बनाया था। इसमें करीब दो सौ सब्जी बेचने वालों को स्टॉल अलॉट किये गये हैं, लेकिन इनमें से एक भी स्टॉल किसी दिव्यांग को नहीं मिला है। लाल पुल वाले वेडिंग जोन में भी दिव्यांगों को स्टॉल अलॉट किये जाने थे। 2016 में नंदादेवी दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन को आश्वासन भी दिया गया था और स्टॉल की जगह भी नगर निगम के अधिकारियों ने उन्हें दिखाई थी, लेकिन एक हफ्ते बाद पता चला कि एक भी दिव्यांग को स्टॉल अलॉट नहीं हुआ है। फिलहाल धर्मपुर में एलआईसी बिल्डिंग वाली मंडी में तीन दिव्यांगों को स्टॉल मिल पाये हैं।

आत्मनिर्भर निधि के लिए चक्कर

वेंडिंग जोन में स्टॉल न मिलने के बाद कहीं और फड़ लगाकर रोजी-रोटी की व्यवस्था करने के प्रयास में कई दिव्यांग इन दिनों प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना के तहत लोन लेने के लिए नगर निगम के चक्कर लगा रहे हैं। दिव्यांग कल्याण समिति के अध्यक्ष वसंत कुमार थपलियाल के अनुसार 15 दिव्यांगों के लाइसेंस भी बनवाये गये हैं, ताकि योजना के तहत लोन ले सकें। उन्होंने कहा कि फिलहाल 12 दिव्यांगों ने इस योजना के तहत लोन के लिए अप्लाई किया है। अब तक 3 लोगों को ही लोन मिल पाया है।

19 हजार रुपये का लोन

प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर्स को 10 हजार रुपये का लोन दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने इस योजना की घोषणा उन स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ पहुंचाने के लिए की थी, जिनका धंधा कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान बंद हो गया था। देहरादून में अब तक 1702 लोगों की अप्लीकेशंस मंजूर करके विभिन्न बैंकों को लोन उपलब्ध करवाने के लिए भेज दिये गये हैं, हालांकि इनमें से अब तक केवल 401 लोगों को ही लोन मिल पाया है। इनमें से तीन दिव्यांग भी शामिल हैं।

दून में 12 सौ से ज्यादा दिव्यांग

देहरादून में करीब 12 सौ दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है। इनमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग दिव्यांग तक शामिल हैं। राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर दिव्यांगों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाता है। लेकिन, पिछले कई सालों से यह अभियान नहीं चलाया गया है।

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नगर निगम लगातार दिव्यांगों की अनदेखी कर रहा है। 6 नंबर पुलिस की वेंडिंग जोन में एक भी दिव्यांग को स्टॉल नहीं मिला। लालपुल में भी नहीं मिला। हमें आश्वासन तो मिलता है, लेकिन स्टॉल नहीं मिलता।

वसंत कुमार थपलियाल, अध्यक्ष

नंदादेवी दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन

वेंडिंग जोन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल जो वेंडिंग जोन बने हैं उनमें करीब पांच परसेंट दिव्यांगों को स्टॉल दिये गये हैं। आगे की प्रक्रिया के लिए सर्वे किया जा रहा है।

विनय प्रताप सिंह, नगर आयुक्त