-कोविड-19 को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया है ख्याल

-बाकी विधायकों के बैठने के लिए कमरा नंबर 107 में किए गए इंतजाम

देहरादून,

आगामी 23 अगस्त सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते सदन में विधायकों के बैठने की व्यवस्था का भी जायजा लिया। कहा, सत्र के दौरान सदन में 40 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। जबकि प्रकाश पंत भवन में स्थित कक्ष संख्या 107 में 30 विधायकों के बैठने के इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा वर्तमान में 2 विधायकों के पद अभी रिक्त हैं।

होगा लाइव टेलीकास्ट

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा में कक्ष संख्या 107 में विधायकों के लिए सदन की कार्यवाही में प्रतिभाग करने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। कक्ष संख्या 120 में अधिकारियों के लिए बैठने की व्यवस्था है। इसके अलावा इसमें सदन की कार्यवाही के ऑडियो-वीडियो की भी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। बताया कि मीडिया कर्मियों के लिए विधानसभा परिसर में वाटर प्रूफ टेंट में कार्यवाही के टेलीकास्ट लिए व्यवस्था की गई है।

स्टाफ ने किया योगाभ्यास

सत्र से पूर्व विधानसभा के कार्मिकों को विधिवत योगाभ्यास, प्राणायाम कराया गया। जिससे कार्मिकों को टेंशन फ्री रखा जा सके और सत्र सुचारू जारी हो सके। हालांकि, हर महीने की 21 तारीख को कार्मिकों की कार्य वृद्धि के लिए विधानसभा की ओर से योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। लेकिन इस बार सत्र को देखते हुए योगाभ्यास काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। योगाचार्य डॉ। शिल्पा ने कहा है कि योग जीवन जीने का मार्गदर्शन है। जीवन शैली कैसी होनी चाहिए, आपका आचार, विचार, व्यवहार कैसे होना चाहिए। यह सब बातें योग के माध्यम से सीखी जा सकती हैं।

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सत्र को लेकर बढ़ी लोगों की चिंता

सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र को देखते हुए अभी से विधानसभा के आसपास रहने वाले लोगों व व्यवसाइयों को अभी से चिंताएं सताने लगी हैं। वे कहने से नहीं चूक रहे हैं कि एक बार विधानसभा के सत्र को लेकर फिर से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। सच्चाई भी है कि विधानसभा सत्र के दौरान सुबह से लेकर शाम तक सत्र के दौरान वीआईपी मूवमेंट के चलते आम लोगों को खासी परेशानियों का सामाना करना पड़ता है। ऊपर से विधानसभा कूच के चलते अभी से विधानसभा के करीब रिस्पना पुल के आसपास वाले मार्गो पर बैरीकेडिंग लगा दी गई हैं। हरिद्वार रोड, हरिद्वार बाईपास व धर्मपुर जाने वाली रोड पर बैरीकेडिंग लगने से अभी से ट्रैफिक जाम की स्थिति नजर आने लगी है।

बैरिकेडिंग से होती है काफी दिक्कत

सत्र शुरू होते ही विधानसभा के आसपास वालों में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खासकर व्यवसाइयों को तो मानो समस्याओं से ही जूझना है। अभी से चिंता सता रही है कि ट्रैफिक जाम होने से कारोबार भी चौपट हो जाता है।

-मनदीप रावत, दुकानदार, रिस्पना पुल।

सत्र के दौरान सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की दिक्कतें देखने को मिलती हैं। बैरीकेडिंग के कारण वाहन धीरे-धीरे जा पाते हैं। दूसरे गलियों से वाहन की आवाजाही के कारण ट्रैफिक जाम की दिक्कतें आती हैं। जिसके लिए स्थानीय लोगों को समस्याएं झेलनी पड़ती हैं।

-सूरज, दुकानदार, बायपास रिस्पना पुल।

सत्र के दौरान विधानसभा के आस-पास से सबसे ज्यादा ट्रैफिक की समसया से दो-चार होना पड़ता है। वाहन चालकों तो कई घंटे रिस्पना पुल पार करने में लग जाते हैं। जिस पर पुलिस को खास इंतजाम करने चाहिए या फिर बाईपास पर विचार करना चाहिए।

-मोहित पाल, व्यापारी।

विस सत्र के दौरान हर बार टै्रफिक की समस्याएं सामने आती हैं। ऐसी समस्या पहली बार नहीं, पिछले 20 वर्षो से आती रही हैं। सरकार को सत्र के दौरान आम लोगों को परेशानी न हो, ट्रैफिक जाम को लेकर ठोस हल निकालना चाहिए। जिससे लोग परेशान न हों और सत्र भी सुचारू चलता रहे।

-अरविंद मौर्या, आईटी एक्सपर्ट।