देहरादून (ब्यूरो)। बहुचर्चित किडनी कांड की शुरुआत 11 सितंबर 2017 को हुई थी। हरिद्वार पुलिस ने दिल्ली जा रही एक कार को चेकिंग के दौरान रोका तो उसमें पांच लोग सवार थे। पुलिस को शक हुआ तो उन्हें रोककर गहन पूछताछ की गई। कार में सवार शेख ताज और कृष्णादास ने बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास एक हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उनकी किडनी निकाल दी है और अब उन्हें दिल्ली छोड़ने जा रहे हैं। इस सनसनीखेज घटना की जानकारी रायवाला पुलिस को दी गई। दोनों पीड़ितों के साथ ही कार सवार भावजी भाई, सुसामा बनर्जी और दीपक कुमार को भी रायवाला पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने इस मामले में गहन छानबीन शुरू की तो 13 सितंबर को मुंबई से जावेद खान को गिरफ्तार किया गया था। जावेद ने पूछताछ में इस धंधे में शामिल सभी लोगों के नाम पुलिस को बता दिये। 15 सितंबर को गैंग के सरगना डॉ। अमित राउत, उसके भाई डॉ। जीवन राउत और नर्स सरला सेमवाल को पंचकूला हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। किडनी निकालने के काम में शामिल अपने बेटे अक्षय राउत को अमित राउत पहले की मोटी अमाउंट देकर भगा चुका था। तब से अक्षय राउत नाम, पता और मोबाइल नंबर बदलकर देश के अलग-अलग शहरों में रह रहा था।

17 आरोपी पहले ही गिरफ्तार
किडनी कांड में पुलिस 17 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें गैंग का सरगना डॉ। अमित कुमार, उसका भाई जीवन कुमार राउत, डॉ। संजय दास निवासी अररिया बिहार, डॉ। सुषमा कुमारी निवासी अररिया बिहार, जावेद खान निवासी वेस्ट मुंबई, सरला सेमवाल निवासी टिहरी गढवाल, प्रमोद उर्फ बिल्लू निवासी बडौत यूपी, अभिषेक शर्मा कनखल हरिद्वार, जगदीश कुमार निवासी सूरत गुजरात, राजीव चौधरी निवासी बागपत यूपी, अनुपमा चौधरी डोईवाला देहरादून, डॉ। अशोक योगी निवासी डोईवाला, देहरादून, चन्दना गुडिया कोलकाता, सतेन्द्र कुमार बालियान निवासी मुजफ्फरनगर यूपी, अंकित बालियान मुजफ्फरनगर यूपी, अरुण कुमार निवासी इलाहाबाद और श्रीनिवासन चौहान निवासी ऋषिकेश को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

ऐस हत्थे चढ़ा अक्षय
किडनी गैंग सरगना का बेटा अक्षय इस मामले के खुलने के बाद से ही फरार था। कोर्ट ने उसके खिलाफ वारंट जारी किया था और पुलिस ने 20 हजार रुपये का इनाम रखा था। लगातार जांच करते हुए पुलिस का पता चला कि अक्षय राउत इन दिनों गुवाहाटी में एक हॉस्पिटल में प्रैक्टिस कर रहा है। पुलिस की टीम ने गुवाहाटी जाकर अक्षय को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश कर पुलिस 5 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर दून ले आई।