-दर्जनों पेयजल लाइनें मरम्मत के अभाव में हुई जर्जर

-ग्रामीणों को हो रही दिक्कत, पेयजल मंत्री को भेजा ज्ञापन

CHAKRATA: जौनसार बावर क्षेत्र के कई गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। पेयजल संकट के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने पानी की व्यवस्था ठीक करने की मांग की है।

जर्जर स्थिति में हैं पेयजल लाइनें

जौनसार बावर क्षेत्र की दर्जनों पेयजल लाइन मरम्मत के अभाव में जर्जर हो चुकी हैं। कई लाइनों में पानी न होने के कारण पेयजल संकट गहराना शुरू हो गया है। गर्मी शुरू होने से पहले ही क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था चरमरा गई है। चकराता क्षेत्र के उदांवा, बुराईला, जगथान, लेवरा, लोहारी, कुनैन, सैंज, शुई, मुडोई, बरदियाड, सिरदियाड, ¨मडाल, इंदरोली, कंदाड गांवों को पेयजल सेवा मुहैया कराने वाली लाइनें रखरखाव के अभाव में बदहाल स्थिति में हैं, वहीं, जल स्त्रोत में जलस्तर घटने के कारण पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। कोल्हा, शिर्बा, बेहमू, छुमरा गांवों की पेयजल लाइनों के स्त्रोत सूखने से भी पेयजल संकट गहराया गया है। कालसी ब्लॉक के रूपौ, सिमोग, कोटा, अतलेऊ, कांडी, जडाना, लेल्टा, पाटा, अस्टाड, डकियारना, काथी, लोरली, देऊ, जिसोऊ गांवों की पेयजल लाइनें भी जर्जर हालत में हैं। जिससे हजारों लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने की पेयजल व्यवस्था सुधारने की मांग

क्षेत्रीय ग्रामीण जयपाल सिंह, आशाराम, सियाराम, जगत सिंह, सीताराम, कुंदन सिंह, रमेश चौहान, शूरवीर सिंह, मनमोहन सिंह, खजान सिंह आदि ने पेयजल मंत्री को भेजे ज्ञापन में पेयजल व्यवस्था सुधारने की मांग की है। इधर, अधिशासी अभियंता जेपी गैरोला का कहना है कि अधिकांश पेयजल लाइन ग्राम पंचायतों के अधीन हैं, उनके पास जो लाइनें हैं, उनको सुचारू कराने के लिए संबंधित एई व जेई को सख्त निर्देश दिए गए हैं। जिन स्थानों पर पेयजल संकट गहरा रहा है वहां पर टैंकरों से पानी की आपूर्ति कराई जाएगी।