- डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर कंट्रोल रूम और नगर निगम कंट्रोल रूम का लाइव

- बारिश हल्की होने के कारण जलभराव की सिटी में कम शिकायतें

देहरादून,

ट्यूजडे को दून में दिनभर रिमझिम बारिश होती रही। बारिश के दौरान डिक्ट्रिक्ट डिजास्टर कंट्रोल रूम और नगर निगम के कंट्रेाल रूम में क्या कुछ चल रहा है, यह जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इन दोनों कंट्रोल रूम को रियलिटी चेक किया। हालांकि सिटी एरिया में बहुत हल्की बारिश होने के कारण कंट्रोल रूम में कम शिकायतें आई। लेकिन रियलिटी चेक के दौरान डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम में एक बड़ी घटना की सूचना आई।

यहां एक पक्का मकान टूट गया है

समय : सुबह 9.00 बजे

स्थान : डिक्ट्रिक्ट डिजास्टर कंट्रोल रूम

कंप्लेन

लैंड लाइन पर घंटी बजती है। कंट्रोल रूम का सिपाही रिसीव करता है। हेलो मैं बुरांसकांठा से बोल रहा हूं। यहां एक पक्का मकान टूट गया है।

एक्शन

कर्मचारी कॉलर से कुछ जानकारियां लेता है। मसलन- कोई कैजुअल्टी तो नहीं है? जवाब नहीं में मिलता है। कोई मलबे में फंसा तो नहीं फंसा है? जवाब फिर नहीं में मिलता है। कोई पालतू पशु तो नहीं मरा है? जवाब नहीं में मिलता है। घर में रहने वाले लोग अब कहां हैं? फिलहाल घर में कोई नहीं रह रहा था।

कंट्रोल रूम से कार्यवाही

इन सूचनाओं के बाद कंट्रोल रूम ने राहत की सांस ली है। कारण कि हेल्थ विभाग, एसडीआरएफ, फूड एंड सप्लाई जैसे किसी विभाग को इस मामले में सूचित करने की जरूरत नहीं थी। केवल मकान टूटा है और मामला सिर्फ मकान का मुआवजा देने का है। इसलिए तुरंत तहसील सदर के तहसीलदार को सूचना दे दी गई। कंट्रोल रूम में बताया गया कि यदि कोई डेथ होती या लोग घायल होते तो हेल्थ विभाग को तुरंत एंबुलेंस भेजने और लोगों का इलाज करवाने के लिए सूचित किया गया। इस दौरान बीच में रोड टूटने की खबर हो तो पीडब्ल्यूडी को सूचित किया जाता। लोग दबे होते तो पुलिस और एसडीआरएफ को सूचित किया जाता। लेकिन, इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है, इसलिए सूचना केवल तहसीलदार को दी गई।

रात को मसूरी में गिरा पेड़

इससे पहले कंट्रोल रूम के रिकॉर्ड में रात 2:42 बजे एक और सूचना दर्ज हुई थी। इस सूचना के अनुसार मसूरी में इंद्र भवन के पास पेड़ गिर जाने से ट्रैफिक बंद हो गया था। सुबह तक इस पेड़ को हटा दिया गया था। इन दो घटनाओं को छोड़ पूरे दिन डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम में आपदा संबंधी कोई सूचना नहीं आई।

घर के पास फिर पानी भर गया है

समय : सुबह 8:15 बजे

स्थान : नगर निगम आपदा कंट्रोल रूम

कंप्लेन

लैंड लाइन पर बेल बजती है। हेलो जी मैं विष्णु पुरम से बोल रहा हूं। मेरे घर के पास खाली प्लॉट में पानी भर गया है। पानी मेरे घर में घुस गया है। कर्मचारी कॉलर का नाम पूछता है। कॉलर अपना नाम एमएस परसोला बताता है। कंपलेन रजिस्टर में इसी नाम से ऐसी ही शिकायत मंडे की भी दर्ज है। कर्मचारी पूछता है- आपने कल भी शिकायत दर्ज की थी, कल कोई टीम नहीं आई थी क्या? जी कल पानी निकाल दिया था, आज फिर भर गया है।

एक्शन

फोन डिस्कनक्ट करते ही कर्मचारी संबंधित अधिकारी को फोन मिलाता है और बताता है कि विष्णु पुरम में जहां कल पानी निकाला था, आज फिर पानी भर गया है। करीब 15 मिनट के बाद कर्मचारी एक फोन मिलाता है और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बताता है कि 5 लोगों की टीम पंप के साथ मौके पर पहुंच गई है।

फोन न उठने की शिकायत पर सफाई

इस बीच पता चलता है कि एमएस पसबोला में मंडे को शिकायत की थी कि वह नगर निगम के कंट्रोल रूम में पानी भरने की शिकायत को लेकर लगातार फोन करता रहा, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। नगर निगम ने इस मामले में सफाई दी है। निगम का कहना है कि उक्त व्यक्ति उस नंबर पर फोन कर रहा था, जो पिछले वर्ष जारी किया गया था। जब उक्त व्यक्ति ने इस वर्ष जारी किये गये नंबर पर फोन किया तो तुरंत एक्शन लिया गया।