- प्राइवेट टैंकर मनमाने रेट पर बेच रहे सरकारी पानी
- फिलिंग पंप पर टैंकर वालों का कब्जा, विभागीय कर्मचारी नदारद
- 300 रुपए हैं टैंकर का रेट, 450 तक बेच रहे
देहरादून।
गर्मी के दस्तक देते ही सिटी में पानी की किल्लत होने लगी है। लोगों को पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं, लेकिन प्राइवेट टैंकर वाले उनसे दोगुनी कीमत वसूल रहे हैं। जल संस्थान के नाक के नीचे ये खेल हो रहा है, लेकिन विभाग के पास इनका रिकॉर्ड तक मेंटेन नहीं है। सरकारी वाटर फिलिंग पंप पर प्राइवेट टैंकर वालों ने कब्जा जमा रखा है। इनकी मॉनिटरिंग करने के लिए पंप पर विभागीय कर्मचारी तक तैनात नहीं है।
जगह - सर्वे चौक पंप हाउस
समय - दोपहर 12:30 - 1:30
पम्प हाउस के अंदर जाकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने वहां खड़े दर्जन भर से ज्यादा टैंकर चालकों से बात की। सभी प्राइवेट टैंकर संचालक हैं।
रिपोर्टर - पानी का टैंकर चाहिए।
टैंकर संचालक - कहां जाना है।
रिपोर्टर - सालावाला में (3.5 किमी)
टैंकर संचालक - 450 रुपये देने होंगे।
रिपोर्टर - कई बार टैंकर मंगवाना पड़ेगा।
टैंकर संचालक - चाहे एक चक्कर हो या दस, हर टैंकर के इतने ही पैसे देने होंगे।
रिपोर्टर - क्या जल संस्थान का कोई बिल मिलेगा।
टैंकर संचालक - नहीं, जल संस्थान का बिल नहीं मिलेगा। हम अपना बिल दे सकते हैं।
रिपोर्टर - ठीक है अपना नंबर दीजिए, आपको कॉल कर देंगे।
फिक्स है विभाग का रेट
एक से चार किमी तक - 280 रुपए पर टैंकर
प्राइवेट टैंकर वसूल रहे- 450 रुपए पर टैंकर
यहां होता है वाटर सप्लाई
सर्वे चौक से रायपुर, बालावाला, राजपुर रोड, जोहड़ी गांव, सहस्त्रधारा रोड, धर्मपुर, सहारनपुर चौक, पटेलनगर , रिस्पना, गढ़ी कैंट, राजपुर रोड।
बिना टैरिफ बेच रहे पानी
सर्वे चौक स्थित पम्प हाउस से प्राइवेट टैंकर चालक बिना टैरिफ के ही वाटर सप्लाई कर रहे हैं। वे मनमानी रकम टैंकर के बदले वसूल कर रहे हैं। इसके बदले वे जल संस्थान का कोई पक्का बिल भी नहीं देते। अगर कोई बिल मांगता है तो अपना मैनुअल बिल पकड़ा देते हैं।
वाटर फिलिंग की लिमिट नहीं
जल संस्थान के पंप हाउस के जरिए प्राइवेट टैंकर संचालक पूरे दिन मनमर्जी से पानी भर कर ले जाते हैं। इनकी मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं होता है कि किस टैंकर ने कितनी बार यहां से पानी भरा। इसकी जानकारी भी यहां किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के पास नहीं होती है।
कंस्ट्रक्शन के लिए भी बेच रहे पानी
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जब सर्वे चौक स्थित पम्प हाउस की जांच की तो यहां कई ठेकेदारों के टैंकर भी संचालित हो रहे थे। इन ठेकेदारों के टैंकर लेने पहुंचे ड्राइवर के अनुसार पानी कंस्ट्रक्शन साइट पर जा रहा था। कंस्ट्रक्शन के लिए ठेकेदार पर टैंकर 800 से 900 रुपए वसूलते हैं।
आंख मूंदे बैठा है विभाग
जल संस्थान सर्वे चौक स्थित पंप हाउस पर विभागीय कर्मचारी मौजूद नहीं रहता जो प्राइवेट टैंकर्स का ब्योरा रखे। विभाग के पास इसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं है कि कितने टैंकर पानी पंप हाउस से लेकर जाता है। जबकि विभाग की ओर से हर सिर्फ 2 टैंकर पानी ले जाने की ही अनुमति है। प्राइवेट टैंकर वाले कितने पैसे टैंकर के वसूल रहे हैं। इसकी जानकारी भी विभाग के पास नहीं है।
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जल संस्थान के पास टैंकर कम हैं। ऐसे में जनता को पानी की सप्लाई के लिए हमें प्राइवेट टैंकर की मदद लेनी पड़ती है। एक बार पानी की सप्लाई के बदले उन्हें एक टैंकर पानी फ्री दिया जाता है। अगर वे मनमर्जी कर रहे हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी।
-आशीष भट्ट, एग्जिक्युटिव इंजीनियर, जल संस्थान