-पेयजल कॉल सेंटर बना सफेद हाथी, कंज्यूमर्स परेशान
-उपभोक्ता शिकायत केंद्र में न शिकायतें हो रही दर्ज न निस्तारण

देहरादून, ब्यूरो: निगम का यह उपभोक्ता शिकायत केंद्र उद्देश्य पर खरा नहीं उतर पा रहा है। क्षेत्र के कंज्यूमर्स ने इसकी शिकायत पेयजल निगम के अधिकारियों से की है। उपभोक्ताओं ने ऑफलाइन चल रहे कंज्यूमर्स शिकायत केंद्र को सक्रिय कर शिकायतों को ऑनलाइन करने की मांग की है, ताकि उपभोक्ताओं की समस्या का समय पर समाधान हो सके।
लास्ट स्टेज में है निर्माण
मेहंूवाला कलस्टर पेयजल योजना का निर्माण आखिरी स्टेज में है। अगले माह नवंबर को इस पायलट प्रोजेक्ट को पूरा होना है। करीब 63 करोड़ इस योजना से करीब 24 हजार उपभोक्ता जुड़े हैं। वल्र्ड बैंक पोषित इस पेयजल योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बनाया जा रहा है, लेकिन इस पायलट प्रोजेक्ट में उपभोक्ताओं की पेयजल समस्या के त्वरित निस्तारण के लिए निर्माण कंपनी को कॉल सेंटर स्थापित करने का अनुबंध किया गया। आरोप है कि कॉल सेंटर के बनाकर महज औपचारिकता पूरी की जा रही है। इसका उपभोक्ताओं को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।
24 घंटे तक भी नहीं लिया जाता शिकायत का संज्ञान
अधिशासी अभियंता वल्र्ड बैंक यूनिट को भेजी शिकायत में सोशल एक्टिविस्ट वीरू बिष्ट ने कहा है कि टोल फ्री कंट्रोल नंबर नाम मात्र है, जो नियमों के विपरीत चल रहा है। टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करने के बाद कई बार उपभोक्ताओं को कंप्लेंट नंबर उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं और कई बार टेक्स्ट मैसेज भेजकर कंप्लेंट नंबर उपलब्ध कराया जाता है उसमें पेयल निगम का कोई भी जिक्र नहीं होता है, जिससे यह पता नहीं चल पाता है कि यह किस चीज की कंप्लेन है। सबसे अहम बात यह है कि कॉल सेंटर कंट्रोल नंबर पर दर्ज शिकायतों का 24 घंटे बाद भी संज्ञान नहीं लिया जाता है। जब कभी शिकायत का समाधान हो जाता है, तो इसका कोई रिकार्ड मेंटेन न होने से समस्या कितने समय बाद निस्तारित हुई इसका कोई अता-पता नहीं है।

शिकायत का बिल में हो एंट्री
शिकायती पत्र में मांग की गई है कि उपभोक्ता की शिकायत का पानी के बिल में टोल फ्री नंबर के सामने दर्ज किया जाए, ताकि उपभोक्ता को इसकी जानकारी हो सके और निस्तारण का भी बिल में एंट्री की जाए। साथ ही फील्ड में किस कर्मचारी के द्वारा फलां कंज्यूमर ने कंप्लेन निस्तारित की है, उसका नाम भी रजिस्टर में मेंटेन किया जाए। अनुबंध के अनुसार निर्माण कंपनी उपभोक्ता शिकायत केंद्र का संचालन नहीं किया जा रहा है। कॉल सेंटर में जरूरत के हिसाब से कर्मचारी भी नहीं है।

अभी ये प्राजेक्ट पूरा नहीं हुई है। योजना कंप्लीट होने के बाद कॉल सेंटर को व्यवस्थित ढंग से चलाया जाएगा। फिलहाल कॉल सेंटर को लेकर किसी तरह की कोई कंप्लेन नहीं आया है। यदि इसमें ढिलाई बरती जा रही है, तो निर्माण कंपनी को निर्देशित कर व्यवस्था को जल्द दुरुस्त किया जाएगा।
मुज्जमिल हसन, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, वल्र्ड बैंक यूनिट, पेयजल निगम