देहरादून (ब्यूरो): दून में पार्किंग की समस्या को देखते हुए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने तहसील परिसर और इंदिरा मार्केट में बहुमंजिला कॉम्पलेक्स का निर्माण करने की 7 साल पहले योजना बनाई थी। तहसील कॉम्पलेक्स से अभी बिल्डिंग तोड़ जमीन समतल की जा रही है। लेकिन इंदिरा मार्केट में पिछले एक साल पहले काम शुरू कर दिया गया। कार्य की कछुआ चाल से व्यापारियों में भारी आक्रोश है। आलम यह है कि 14 माह में निर्माण की अवधि पूरी होने वाली है और अभी तक कॉम्पलेक्स की नींव तक नहीं खोदी जा सकी है। ऐसे में प्रोजेक्ट के बनने को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कॉम्पलेक्स का निर्माण होगा भी या पूर्व की तरह चलता रहेगा।

तोड़ी गई 100 से अधिक दुकानें
रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए 100 से अधिक दुकानों को तोड़ दिया गया। मार्केट में रोड संकरी होने से दोपहिया वाहनों तक घुसने की जगह नहीं है। पैदल चलने वाले लोग ही यहां थेड़ा बहुत खरीददारी करते हैं। व्यापारी यह आस लगाए दिन काट रहे हैं कि कॉम्पलेक्स का निर्माण होते ही उन्हें दुकानें मिल जाएंगी, लेकिन उनका यह सपना फिलहाल पूरा होता दिख नहीं रहा है।

फंसता जा रहा प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट का काम पिछले करीब एक साल से चल रहा है। पिछले साल सीएम की ओर से दोबारा प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने करने के बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ, लेकिन कुछ समय बाद काम फिर बंद हो गया। सूत्रों ने बताया कि अभी तक प्रोजेक्ट की डीपीआर स्वीकृत नहीं हो पाई, जिस कारण कॉन्ट्रेक्टर का लोन स्वीकृत नहीं हो रहा है। डीपीआर स्वीकृत होने के बाद बैंक लोन मिल जाएगा। पीपीपी मोड में निर्मित होने वाले इस कॉम्प्लेक्स को एमडीडीए वापस लेना चाह रहा है, लेकिन इसमें कई लीगल अड़चनें आने से फिलहाल प्रोजेक्ट फंसता हुआ नजर आ रहा है।

प्रोजेक्ट पर एक नजर
242 करोड़
है प्रोजेक्ट की लागत
16558
स्क्वॉयर मीटर है कंस्ट्रक्शन एरिया
1050
वाहनों की पार्किंग की सुविधा
2023 में
अप्रैल में शुरू हुआ निर्माण
2026 फरवरी
तक होने है कार्य कंप्लीट
655
दुकानें होंगी निर्मित
400
व्यापारी होंगे लाभान्वित

विधायक भी उतरे व्यापारियों के पक्ष में
राजपुर के विधायक खजान दास कई बार निर्माण कार्य की सुस्त चाल के लिए खेद चुका है। सत्ता में होते हुए भी विधायक व्यापारियों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए वह सीएम और शहरी विकास मंत्री से जल्द वार्ता करेंगे। उधर, पूर्व विधायक राजकुमार ने भी व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी बात कहते हुए एमडीडीए के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने जल्द से जल्द कॉम्पलेक्स का निर्माण पूरा करने की बात कही है।

व्यापारी बोले, उठ रहा भरोसा
कॉम्पलेक्स के निर्माण के लिए दुकानें उजाड़ी गई है। दर्जनों व्यापारी एक साल से घर बैठे हुए हैं.व्यवसाय बंद होने से उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। काम बंद होने से उनका एमडीडीए से भरोसा उठ रहा है।
मनीष अरोड़ा

एमडीडीए ने जो वादा किया था उसके अनुसार कॉम्पलेक्स का निर्माण बहुत धीमी गति से किया जा रहा है। एक साल में नींव तक पूरी नहीं खोदी जा सकी। ऐसे में 14 माह में कॉम्प्लेक्स का निर्माण धोखे जैसे लग रहा है।
गिरीश धस्माना

रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का दूसरी बार सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उद्घाटन किया। उनसे हम सभी व्यापारी मांग करते हैं व्यापारियों के सामने जो संकट खड़ा हुआ है उसका शीघ्र समाधान किया जाए। अन्यथा वह ऐसा अनुचित कदम उठाने को मजबूर होंगे।
अनिल शर्मा

कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू करने के लिए कई दुकानें उजाड़ी गई। कई व्यापारी घर बैठ गए। कुछ को खोखे दिए गए हैं, जहां खड़े होने तक की जगह नहीं है। रोड कंजेस्टेड होने की वजह से ग्राहक न होने से व्यवसाय चौपट हो गया।
प्रदीप तोपवाल

व्यापारियों को थोड़ा सब्र रखना चाहिए। प्रोजेक्ट्स का काम चल रहा है। हां, काम की गति धीमी है। इसके लिए संंबंधित कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। फरवरी 2026 तक कंप्लीसन डेट है। तयडेडलाइन तक कार्य पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
एचएस राणा, अधीक्षण अभियंता, एमडीडीए

प्रोजेक्ट मैनेजर का किया घेराव
सीपीआईएम सीआईटीयू ने इंदिरा मार्केट प्रोजेक्ट का कार्य धीमी गति से होने का कड़ा विरोध किया है। पार्टी नेताओं ने प्रोजेक्ट मैनेजर का घेराव करते हुए सीएम, डीएम, कमिश्नर, वीसी एमडीडीए को ज्ञापन भेजा है। सीपीआईएम के सचिव अनंत आकाश, महामंत्री सीआईटीयू लेखराज ने कहा कि योजना के बंद कार्य को जल्द शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों का सब्र टूट रहा है। 14 माह का समय बीतने को है, लेकिन अभी तक बिल्डिंग की खोदाई तक नहीं हुई। उन्होंने जल्द से जल्द कॉम्प्लेक्स निर्माण पूरा न करने पर धरना-प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है। इस दौरान जिला सचिव राजेंद्र पुरोहित, हिमांशु चौहान, किशन गुनियाल, रविंद्र नौडियाल, एसएस नेगी, अनिल, मेहरबान व गुरु प्रसाद शामिल रहे।

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