देहरादून: दून से कानपुर जा रही रोडवेज बस में दो यात्रियों को बेटिकट यात्रा कराने के मामले में जांच के बाद आरोपित परिचालक को बतौर सजा उसका तबादला देहरादून से पिथौरागढ़ कर दिया गया है। गत 19 नवंबर को मुख्यालय से भेजी गई प्रवर्तन टीम ने बस में बेटिकट यात्री पकड़े थे। इस मामले में चालक पर भी कार्रवाई की तैयारी हो रही है।

कोरोना काल के बीच किसी तरह फिर से पटरी पर लाने की जुगत भिड़ा रहे रोडवेज प्रबंधन ने त्योहारी सीजन में बसों में टिकट के बगैर यात्रा के मामलों को रोकने के लिए हर मार्ग पर चौबीस घंटे प्रवर्तन टीमें तैनात की हुई थीं। रोडवेज मुख्यालय को कानपुर जाने वाली बस में लगातार यात्रियों के बगैर टिकट चलने की सूचना मिल रही थी। जिस पर कुमाऊं की प्रवर्तन टीम को इसकी जांच में लगाया गया था। गुरुवार को प्रवर्तन टीम ने देहरादून से कानपुर जा रही साधारण बस सेवा (यूके07पीए 3040) को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में चेक किया तो उसमें दो यात्री बिना टिकट जबकि बस में सौ किलो माल बिना लागबुक के पकड़ा गया। इस बस पर बालकिशन परिचालक और राजवीर चालक था। यात्रियों ने बताया कि परिचालक द्वारा उनसे पूरा किराया लिया गया लेकिन मशीन खराब होने की बात कह टिकट नहीं दिया। प्रवर्तन टीम की रिपोर्ट पर रोडवेज प्रबंधन ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट मिलने पर सोमवार को आरोपित परिचालक बालकिशन का तबादला देहरादून ग्रामीण डिपो से पिथौरागढ़ डिपो कर दिया गया है। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि मामले में चालक की भूमिका की जांच चल रही है। यदि उसकी संलिप्तता मिली तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।

बस फुल, फिर लोड फैक्टर 65 कैसे

कानपुर जाने वाली बस पिछले कुछ दिनों से लगातार फुल जा रही। स्थिति यह है कि दीपावली के दिनों में बस खचाखच भरकर रवाना हुई। इसके बावजूद इस बस में लोड फैक्टर 65 फीसद दर्शाया गया। मुख्यालय ने इसकी भी जांच के आदेश दिए हैं।