: महाहरधाम के समीप बस में आगलगी की घटना से तीन दिन पहले आठ मार्च को इस तार से चौकी उलझने के समय करंट लगने के बाद जेई प्रवीण राय ने इस लाइन की बिजली कटवा दी थी. बिजली काटने की फोटो खींचकर लाइनमैन ने जेई को भी भेजी थी. इस विद्युत लाइन को किसने जोड़ा व किसने जुड़वाया, इसकी जानकारी लेने में विभाग जुटा है. अंदेशा है कि किसी प्राइवेट लाइनमैन से बिजली के तार जोड़वाए गए हैं. अब सवाल यह है कि काटी गई बिजली जोडऩे के बाद लोड का पता विभाग को क्यों नहीं चला.

दो दिन पहले भी हादसा

यह विद्युत लाइन 40 वर्ष पहले जब ट्यूबवेल के लिए खींची गई थी. उस समय इधर केवल खेत था. नहर विभाग ने रोड बना दिया, लेकिन ऊंचा करने की सूचना बिजली विभाग को नहीं दी. लोगों की संख्या बढ़ती गई और इस लाइन पर कुछ घरेलू उपभोक्ता भी जुड़ गए. सीडीओ संतोष कुमार वैश्य व विभागीय स्तर से शुरू हुई अलग-अलग जांच में यह पता चला है कि घटना से दो दिन पहले ठेला पर लकड़ी का तख्त ले जाने के दौरान भी करंट लगा था.

आखिर किसने जोड़ा?

शिकायत पर जेई ने बिजली कटवा दी थी. इसके बाद विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से दोबारा बिजली जोड़ दी गई. अगर बिजली नहीं जोड़ी जाती तो शायद बस में आग नहीं लगती और पांच लोगों की जान नहीं जाती. घटना की पावर कारपोरेशन की तकनीकी टीम ने जांच शुरू कर दी है. पृथ्वीपुर उपकेंद्र से हरहरी गांव के लिए होने वाली बिजली आपूर्ति के लिए पावर हाउस पर मीटर लगा हुआ है.

सप्लाई की डिटेल

एमआरआइ (मीटर रीडिंग इंस्ट्रूमेंट) से मीटर की जांच की गई. इसमें घटना से पहले विद्युत सप्लाई का पूरा डिटेल निकल गया है जिसे जांच टीम एमडी आफिस को सौंपेगी. वैसे बताया जा रहा है कि जिस समय इस लाइन से बस स्पर्श हुआ तो एमआरआइ रिपोर्ट के अनुसार बिजली ट्रिप कर गई थी. हालांकि इससे पहले ही बस व उसमें बैठे लोगों ने कंरट को अवशोषित कर लिया था और बस में आग लग चुकी थी.

कैशियर प्रमोट हो बना जेई

विभाग के उच्चाधिकारियों की विडंबना है कि एक कैशियर का प्रमोशन कर जेई बना दिया जिसे डिस्ट्रीब्यूशन का कोई ज्ञान नहीं है. जेई प्रवीण राय का प्रमोशन अभी लगभग दो माह पहले ही मऊ से हुआ था.

टेस्ट विभाग से आए एसडीओ

यही हाल एसडीओ संतोष चौधरी का भी था, जिन्हें विभाग ने टेस्ट से उठाकर डिस्ट्रीब्यूशन का एसडीओ बना दिया. विभाग की प्रमोशन व नियु1ित की यही प्रक्रिया लोगों की जान को खतरे में डाल रहा है.

दो और घायल अस्पताल से डिस्चार्ज

राजकीय मेडिकल कालेज के अस्पताल में भर्ती महाहर धाम बस हादसे के दो और घायलों को स्वस्थ होने पर बुधवार को डिस्चार्ज कर दिया गया. इसमें आठ वर्षीय आर्यन और उसकी 20 वर्षीय मौसी कंचन शामिल है. घटना के दिन पांच लोगों को भर्ती कराया गया था. इसमें संगीता, उसके दो पुत्र तीन वर्षीय अंश व आठ वर्षीय आर्यन, संगीता की छोटी बहन कंचन और एक गांव 13 वर्षीय पवन शामिल था. इसमें से अंश की स्थिति गंभीर थी, इसके चलते उसी रात को उसे बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया. उसके साथ उसकी मां संगीता भी डिस्चार्ज होकर बीएचयू चली गई. इसके बाद बचे तीन लोग कंचन, आर्यन व पवन का उपचार चल रहा था. जिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजेश कुमार सिंह ने बताया कि स्वस्थ होने के बाद बुधवार को कंचन व आर्यन को भी डिस्चार्ज कर दिया गया. उन्हें सरकारी एंबुलेंस से उनके घर तक छोड़वाया गया. फिलहाल केवल एक घायल पवन भर्ती है. करंट के चलते उसके दोनों हाथ टेढ़े हो गए हैं और ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. बेहतर उपचार के लिए उसे भी रेफर किया जा सकता है.

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