- दून में 2 आरएलवीडी और 4 जगहों पर एडीएस सिस्टम कर रहे हैं काम

- करीब 1 वर्ष 2 माह में दून ओवरस्पीड के 12593, जबकि रेड लाइट जम्प में सिर्फ 374 ही चालान

देहरादून,

दून में 14 माह के भीतर 12 हजार 967 वाहन चालक ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करते हुए खुफिया नजर में कैद हुए हैं। इनके चालान वाहन के रजिस्ट्रेशन के आधार पर इश्यू किए गए। सबसे ज्यादा चालान ओवरस्पीड के हुए हैं, 12593 वाहन चालक दून के चौराहों पर लगे स्पीड डिटेक्शन सिस्टम (एसडीएस) द्वारा ओवरस्पीडिंग में पकड़े गए। वहीं रेड लाइट जंप के मामले में 374 वाहन चालक रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) के जरिए ट्रैक हुए।

2 जगह आरएलवीडी, 4 जगह एडीएस

दून में ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने और ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन रोकने के लिए खुफिया कैमरों से वाहन चालकों पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए सिटी के सिलेक्टेड आरएलवीडी और एसडीएस सिस्टम लगाए गए हैं। अक्टूबर 2018 मे दो चौराहों प्रिंस चौक व लाल पुल पर रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) सिस्टम और नंदा की चौकी, एफआरआई-बल्लूपुर फ्लाईओवर के बीच, एनआईईपीवीडी, मोहब्बेवाला साई मंदिर के पास 4 जगह स्पीड डिटेक्शन सिस्टम (एसडीएस) इंस्टॉल किए गए हैं। ये सिस्टम ऑटोमेटिकली काम करता है। इस सिस्टम के जरिए 14 महीने में 12 हजार 967 व्हीकल्स को ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करते खुफिया कैमरों ने कैप्चर किया है।

आरएलवीडी सिस्टम नहीं ज्यादा कारगर

दून में अभी दो जगहों पर ही आरएलवीडी सिस्टम लगा हुआ है, जिनमें प्रिंस चौक और लाल पुल शामिल हैं। बीते 1 वर्ष 2 माह में इन दो जगहों पर केवल 374 ही चालान हुए हैं। इसका प्रमुख कारण आरएलवीडी सिस्टम का पूरी तरह से ट्रैफिक लाइट पर निर्भर होना है। अक्सर चौराहों पर ट्रैफिक लाइट खराब पड़ी रहती है ऐसे में यह सिस्टम प्रॉपर काम नहीं कर पाता है। इसके अलावा रात में ट्रैफिक लाइट बंद हो जाती है। इसलिए रात को ये सिस्टम काम करना बंद कर देता है।

रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन

यह सिस्टम चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइट के साथ काम करता है, जो कि ट्रैफिक लाइट के चालू होने पर ही काम करता है। रेड लाइट होने पर भी अगर कोई चौराहे पर रुकता नहीं है, तो यह रेड लाइट जंप कहलाता है। ऐसे लोगों का 500 रुपए का चालान होता है।

दून में कहां--प्रिंस चौक, लाल पुल

स्पीड डिटेक्शन सिस्टम

सिटी में व्हीकल चलाते समय व्हीकल की एक स्पीड निर्धारित की गई है। अगर कोई निर्धारित स्पीड से तेज गाड़ी चलाता है तो इसे ओवर स्पीड कहा जाता है। ओवरस्पीड से चल रही व्हीकल की इमेज कैमरे में कैद हो जाती है। ऐसे लोगों का 2 हजार का चालान होता है।

दून में कहां- नंदा की चौकी, एफआरआई-बल्लूपुर फ्लाईओवर के बीच, एनआईवीएच, मोहब्बेवाला साई मंदिर के पास