- कूड़ा कलेक्शन-फॉगिंग की गाडि़यों में लगाया गया है ट्रैकिंग सिस्टम

- गड़बड़ी से जुड़े 15 से 20 मामले आए सामने, नगर आयुक्त करा रहे जांच

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LUCKNOW: कूड़ा कलेक्शन या फॉगिंग की गाडि़यों पर नजर रखने के लिए नगर निगम की ओर से उठाया गया व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम संबंधी कदम फेल होता नजर आ रहा है। इसकी वजह यह है कि कई चालकों ने इस सिस्टम की धज्जियां उड़ाना शुरू कर दिया है, जिसकी वजह से इस सिस्टम के सफल परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त ने जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं।

हर गाड़ी में वीटीएस

नगर निगम की ओर से करीब 200 छोटी गाडि़यों की मदद से घरों से कूड़ा कलेक्शन और फॉगिंग का कार्य कराया जाता है। अक्सर शिकायतें सामने आती थीं कि कई गाडि़यां निर्धारित रूट के बजाए अलग-अलग एरिया में दौड़ रही हैं, जिसकी वजह से जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रही शिकायतों के ग्राफ को देखते हुए निगम प्रशासन ने सभी गाडि़यों में वीटीएस (व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम) लगाने का निर्णय लिया। कुछ समय बाद ही सभी गाडि़यों में वीटीएस लगा भी दिया गया।

सिस्टम का दिखा असर

गाडि़यों में वीटीएस लगाए जाने के बाद निगम कंट्रोल रूम से हर गाड़ी पर आसानी से नजर रखी जाने लगी। वीटीएस की मदद से लापरवाह कर्मियों पर एक्शन भी लिया गया। इसके साथ ही डीजल चोरी संबंधी मामलों पर भी लगाम लगी। हालांकि अब कई कर्मियों ने वीटीएस की काट ढूंढ ली है। जिसकी वजह से निगम प्रशासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

काट रहे तार

निगम प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, कई मामले ऐसे सामने आए हैं, जिसमें वाहन चालकों की ओर से गाडि़यों में लगे वीटीएस के तार काटे जा रहे हैं। इसकी वजह से वाहनों को ट्रैक करने में खासी दिक्कतें हो रही हैं। निगम प्रशासन का मानना है कि तार काटे जाने के बाद वाहनों को मनमाने रूटों पर दौड़ाया जा रहा है।

जारी है तेल चोरी

निगम प्रशासन के लाख कवायदों के बावजूद गाडि़यों से तेल चोरी का खेल समाप्त नहीं हो रहा है। वीटीएस लगने के बाद भी तेल चोरी हो रही है। सोमवार देर रात ईस्माइलगंज द्वितीय वार्ड में निगम की गाड़ी से तेल चोरी किए जाने का मामला सामने आया था। जिस पर नगर आयुक्त ने दोषी कर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

हर सप्ताह होगी समीक्षा

निगम प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया है कि अब हर सप्ताह गाडि़यों के रूट को लेकर समीक्षा की जाएगी। जिससे यह पता लग सके कि कितनी गाडि़यां निर्धारित रूट पर दौड़ रही हैं। आरआर विभाग से हर रूट की पूरी रिपोर्ट भी मांगी जाएगी। निगम प्रशासन की ओर से आरआर विभाग को भी दो जोन में बांटने की तैयारी की जा रही है। सोमवार को हुई कार्यकारिणी की बैठक में इस पर काफी हद तक मुहर भी लग गई है।

वर्जन

जितनी गाडि़यों में वीटीएस का तार काटे जाने के मामले सामने आए हैं, उसके लिए जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त