-17 लाख की लागत वाला अधिवक्ता शेड 17 महीने में हुआ बेजार

(चंदौली) : शासन द्वारा लाखों रूपये की लागत से बने अधिवक्ता शेड का हाल इन दिनों बदहाल हो चुका है। जगह-जगह एजबेस्टस सीट के टूट जाने से पूरा शेड बरसात के दिनों में जहां झरने के रूप में तब्दील हो जा रहा है वही तेज धूप में अधिवक्ता व वादकारी पसीने-पसीने हो जा रहे हैं।

दी चेतावनी

बसपा शासन काल में चकिया कचहरी परिसर में 17 लाख रूपये की लागत से अधिवक्ताओं के बैठने के लिए एजबेस्टस का शेड बनवाया गया। निर्माण के समय ही कार्यदायी एजेंसी द्वारा मानक के विपरीत कार्य कराये जाने लगा, जिसका अधिवक्ताओं ने जमकर विरोध किया। बावजूद इसके ठेकेदार द्वारा आनन फानन में दोयम दर्जे का फर्श व शेड तैयार करा दिया गया। नतीजा यह हुआ कि फर्श एक दो हफ्ते के अंदर ही पूरी तरह से खराब हो गया। शिकायत के बाद दूसरे ठेकेदार से फर्श की मजबूत मरम्मत कराई गई। लेकिन एजबेस्टस शेड यथावत दोयम दर्जे का बना रहा। इसके चलते शेड एक साल बीतते न बीतते टूटना शुरू हो गया है। इस संबंध में बार एसोसिएशन के महामंत्री नर्मदेश्वर पांडेय उर्फ बबलू के अनुसार इस समस्या के बाबत जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। चेतावनी दिया गया कि दोयम दर्जे के निर्माण के चलते यदि कोई जनधन हानि हुई तो अधिवक्ता समाज बर्दास्त नहीं करेगा। अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन से अधिवक्ता चैंबर पर सीसी छत निर्माण की मांग की हैं।