रांची: लीडरशिप के लिए जिन एलिमेंट्स की जरूरत है, उनमें बेहद अहम है पांच अलग-अलग क्वालिटीज। इन क्वालिटीज को डेवलप कर ही स्टूडेंट्स खुद को एक लीडर के रूप में डेवलप कर सकते हैं। इन्हीं क्वालिटीज को लेकर वाइस प्रेसिडेंट एम वेंकैया नायडू ने आईआईएम, रांची के स्टूडेंट्स को एड्रेस किया। रविवार को रांची यूनिवर्सिटी के आर्यभट्ट ऑडिटोरियम में श्री नायडू ने अटल बिहारी वाजपेयी सेंटर फॉर लीडरशिप, पॉलिसी एंड गवनर्ेंस के तहत आयोजित लेक्चर में स्टूडेंट्स को एक बेहतरीन लीडर बनने के टिप्स दिए। उन्होंने पांच प्वाइंट्स में अपने व्यक्तित्व को निखारने के टिप्स देते हुए कहा कि किसी भी लीडर में वीजन, कैरेक्टर, डेडिकेशन, बिहेवियर और कैपिसिटी होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व करने वाला अपनी जिम्मेदारियों के साथ सकारात्मक परिणाम समाज और देश को दे सकता है।

किसी भी क्षेत्र में बन सकते हैं लीडर

श्री नायडू ने कहा कि लीडर का यह मतलब नहीं कि वह राजनीति से ही जुड़ा है। लीडर किसी भी क्षेत्र का में हो सकता है। एक लीडर में जाति, समुदाय, नकदी और आपराधिकता नहीं होना चाहिए। वे इन सब चीजों को बढ़ावा देकर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश करते हैं।

शासन करने वाले का जिम्मेदार होना जरूरी

वाइस प्रेसिडेंट ने कहा कि कौटिल्य ने कहा था शासन करने वाला जिम्मेदार होगा तो सुशासन होगा। शासक को जनता का सेवक होना चाहिए। कानून का पालन हो, पारदर्शिता हो, जिम्मेदारी हो, प्रभावशाली व्यवस्था हो और भ्रष्टाचार न हो। तभी सुशासन परिलक्षित होगा। लोगों की सेवा के भाव का विस्तारीकरण भी अहम है।

विकास के लिए जनभागीदारी जरूरी

उप राष्ट्रपति ने कहा कि विकास कायरें में जनभागीदारी होना चाहिए। देश की जनता में यह विश्वास होना जरूरी है कि देश के विकास में वे योगदान कर रहें हैं। साथ ही देश की जनता को लोकतंत्र पर विश्वास रखना चाहिए। आप आपस में बात करें, किसी मुद्दे पर अपना मंतव्य दें। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है। कानून का उल्लंघन और संविधान का अनुसरण नहीं करना अशांति लाता है, जो विकास में बाधक बनता है और मुझे लगता है, विकास के लिए शांति का होना पहली शर्त है।

युवा बेहतर विजन के साथ आगे आएं

श्री नायडू ने युवाओं को इंगित कर कहा कि भारत विश्वगुरु था। पूरी दुनिया के लोग यहां ज्ञान अर्जित करने आते थे। यहां की आबो हवा अद्भुत है। इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में हम आगे निकले हैं। देश के युवा बेहतर विजन, अपने स्वाभिमान के साथ आगे आएं और देश का मान ऊंचा करने में भागीदारी निभाएं। युवा समेत देश के सभी लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।

सुशासन बेहतर सरकार की पहचान

इस मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सुशासन बेहतर सरकार की पहचान है। सुशसान से निर्णय लेने की क्षमता, करप्शन का खात्मा होता है। विकास दिखाई देता है। नीति ऐसी होनी चाहिए, जिससे आम लोगों का कल्याण हो सके। राष्ट्रपिता ने भी राम राज की कल्पना की थी, जहां सिर्फ सुशासन हो।

स्टूडेंट्स ने भी पूछे सवाल

आईआईएम के स्टूडेंट नमन ने पूछा कि आपके जीवन में जो परेशानियां आईं उसका सामना कैसे किया? इस पर वाइस प्रेसिडेंट ने कहा कि सभी परेशानियों को मैंने चुनौती के रूप में स्वीकार किया। 45 साल से जनता की सेवा में जुटा हूं। लोगों से मिलना उनसे बात करना, मुझे अच्छा लगता है।