RANCHI : राजधानी में अब कहीं भी गंदगी दिखी तो संबंधित अधिकारियों और सुपरवाइजरों पर गाज गिरेगी। शहर में अब वीडियो कॉल कर गली-मुहल्लों में की जा रही साफ-सफाई को चेक किया जा रहा है। ऐसे में हर हाल में इलाकों को चकाचक रखना जरूरी होगा। वहीं सुपरवाइजर ड्यूटी पर हैं या नहीं इस पर भी नजर रखी जा रही है। रांची शहर में सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शुरू इस कवायद से यह तय है कि सफाई व्यवस्था में तैनात कोई भी स्टाफ अब अपने काम से भाग नहीं सकेगा।

सिटीजंस से ले रहे फीडबैक

इसके लिए रांची नगर निगम में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां से सुबह से रात तक राजधानी के 53 वार्डो में सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है। नगर निगम में की जाने वाली कंप्लेन का तत्काल समाधान किया जा रहा है। वहीं कंप्लेन करने वालों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है। और उन्हें कभी भी कॉल कर उनके इलाके में सफाई, फॉगिंग, नालियों की सफाई का स्टेटस पूछा जा रहा है। यदि उनके एरिया में गंदगी साफ नहीं हुई तो उनसे वाट्सएप पर फोटो भी मंगवाया जा रहा है। ताकि संबंधित सुपरवाइजरों पर कार्रवाई हो सके। इसके अलावा सिटीजंस से काम का फीडबैक भी लिया जा रहा है।

नहीं भाग सकेंगे काम से

वार्डो में सफाई के अलावा, नालियों की उड़ाही, फॉगिंग व अन्य काम को देखने की जिम्मेवारी वार्ड सुपरवाइजरों की है। अब इन्हें हर काम की फोटो जियो टैगिंग के साथ नगर निगम को भेजने का निर्देश है। ताकि यह पता चल सकेगा कि वार्डो में सफाई और फॉगिंग की क्या स्थिति है। इसके साथ ही किन-किन इलाकों में निगम के सफाईकर्मी नहीं पहुंच रहे हैं। उनको भी राइट टाइम पर लाने में इस नई कवायद से मदद मिल रही है।

सुझावों पर भी निगम करेगा काम

सिटी के लोग शहर की व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए अपने सुझाव भी दे सकते हैं। सेलेक्टेड सुझावों पर नगर निगम काम करेगा। इससे सिटी में सफाई की व्यवस्था में काफी सुधार हो सकेगा। लोगों के सुझावों को पब्लिक पोर्टल पर भी डाला जाएगा ताकि लोग भी जान सके कि किन-किन शख्स ने सिटी में बेहतर सफाई के लिए सुझाव दिए हैं।

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वर्जन

हम लोगों ने कंट्रोल रूम बनाया है। जहां से सिटी में सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है। साफ सफाई से लेकर फॉगिंग के लिए जियो टैग व फोटो मंगवाए जा रहे हैं। वीडियो कॉल करके हमलोग देख रहे हैं कि सुपरवाइजर फील्ड में है या नहीं। इससे व्यवस्था दुरुस्त होगी और शहर साफ दिखेगा।

राजेश कुमार, कंप्यूटर प्रोग्रामर, आरएमसी