अनछुई खूबसूरत वादियां और मखमली हरी घास की चादर ओढ़े पहाड़ी मैदान, जहां दिखता है ऐसा नजारा, उसे कहते हैं दयारा बुग्याल। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मौजूद है ये बुग्याल। बता दें कि स्थानीय भाषा में बुग्याल का मतलब होता है विशालकाय घास के मैदान। उत्तराखंड में पहाड़ों की तलहटी में जहाँ पेड़ों की लंबी लाइनें लगभग खत्म हो जाती है, वहाँ से शुरु होते हैं मखमली घास के विशालकाय मैदान। यूं तो उत्तराखंड में कई ऐसे बुगयाल हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए वर्ल्ड फेमस हैं। इन्हीं में से काफी खास है दयारा बुग्याल। दयारा बुग्याल का क्षेत्र समुद्र तल से 2600 मीटर ऊंचाई से शुरू होकर करीब 3500 मीटर ऊंचाई तक जाता है. पशुपालकों का स्वर्ग कहे जाने वाले इस बुग्याल में हर साल उन्हीं के द्वारा मनाया जाता है एक खास और अनोखा त्योहार, जिसमें लोग खेलते हैं दूध और मक्खन की होली। तभी तो देश भर में लोग इसे बटर फेस्टिवल के नाम से जानते हैं और इसे सेलीब्रेट करने के लिए हर साल अगस्त महीने में दयारा बुग्याल का टूर करते हैं।
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