यह Kanpur का सौभाग्य है कि यहां पतित पावनी Ganga River बहती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि हम इसकी पावनता को दूषित करने में लगे हैं. नालों का गंदा पानी हो या फिर टेनरियों से निकलने वाला जहरीला पानी, हमारी मां गंगा के जल को प्रदूषित करता रहा है. मोदी जी पीएम बने तो उन्होंने कहीं न कहीं गंगा को इस गंदगी से मुक्ति दिलाने का संकल्प दिखाया. बड़े बड़े प्रोजेक्ट बने और करोड़ों रुपए भी पानी की तरह बहाए जाने लगे. एक समय लगा कि मानो इस शहर में गंगा अब पूरी तरह निर्मल हो जाएंगी, जब खुद मोदी जी कानपुर के अटल घाट पर आए थे. यहां पास ही उन्होंने टैप किए जा चुके सीसामऊ नाले पर एक सेल्फी ली थी, जिसके गवाह खुद सीएम योगी जी भी बने थे। जब मोदी जी कानपुर आए थे तब उन्हें बताया गया कि अब यहां कोई भी नाला गंगा जी में नहीं गिरता है. लेकिन आज की हकीकत यह है कि एक-दो नहीं बल्कि कानपुर शहर के कई बड़े नाले पूरे वेग के साथ तमाम गंदगी और सीवर गंगा में गिराकर उसे दूषित कर रहे हैं? आइए और जानिए मां गंगा के साथ हो रहे इस छलावे (Ganga Pollution) का पूरा सच...