By: Chandra Mohan Mishra |
Publish Date: Fri, 05 Aug 2022 22:08:47 (IST)
Uttarakhand में तृतीय केदार के नाम से प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा ऊंचाई पर स्थित Tungnath Temple में 16 साल बाद आयोजित हुआ भव्य महायज्ञ। उत्तराखंड के अलावा दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से भी भारी संख्या में पहुंचे श्रृद्धालु। यज्ञ के समापन से पूर्व महायज्ञ समिति की ओर से भव्य जल कलश यात्रा का भी आयोजन किया गया। मांगल गीतों और परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ महायज्ञ की पूर्णाहुति की गई। महायज्ञ के दौरान तुंगनाथ धाम विद्वान आचार्यों की वेद ऋचाओं से गुंजायमान हो उठा. आचार्यों ने हवन कुण्ड में आहुतियां डालकर विश्व शान्ति और खुशहाली की कामना की. बाबा तुंगनाथ की देवरा डोली पूरे खदेड़ पट्टी के क्षेत्र में भ्रमण हेतु बीते साल गई थी। तीन दिवसीय महायज्ञ के बाद देव डोली भगवान तुंगनाथ के मंदिर में विधिवत रूप से विराजमान हो गयी है।