By: Inextlive Desk |
Publish Date: Thu, 25 Jan 2024 18:16:48 (IST)
ऐसे थे जननायक कर्पूरी ठाकुर, कुर्ता का पैसा भी राहत कोष में कर दिया दान। दो बार बिहार के सीएम रहे कर्पूरी ठाकुर ने झोपड़ी में ली थी अंतिम सांस। कर्पूरी ठाकुर की इमानदारी पूरे देश के लिए है एक मिसाल। 24 जनवरी को मनाई जाती है जननायक कर्पूरी जी की जयंती। भारत सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा की। कर्पूरी ठाकुर के बेटे डॉ. वीरेंद्र ठाकुर और फैमिली मेंबर्स ने शेयर की यादें। सामाजिक न्याय के पुरोधा कर्पूरी जी अपनी सादगी के लिए हमेशा जाने जाएंगे। सरकारी पेशे का दुरुपयोग नहीं था गवांरा, बच्चों को भी दी यही शिक्षा। कर्पूरी ठाकुर ने अपने बेटों को सीएम का बेटा न समझने की दी थी सलाह। 3 दशक तक लगातार चुनाव जीतने वाले कर्पूरी जी कार नहीं बल्कि रिक्शे से चलते थे। 2 बार बिहार का सीएम बनने के बाद भी उनके पास नहीं था अपना मकान।