Agra का वो खूबसूरत कारोबार जिसके लिए विदेश से बुलाने पड़े थे कारीगर! आज सात समंदर पार तक है धमक। आगरा में एक ऐसा कारोबार है, जिसका इतिहास 500 साल पुराना है। इसे शुरू करने के लिए विदेश से कारीगर बुलाने पड़े थे। आज इस कारोबार की धमक आज सात समंदर पार है। इसका एक प्रोडक्ट खुद पीएम मोदी भी जर्मनी के जी 7 समिट में इटली के पीएम को गिफ्ट कर चुके हैं। हम बात कर रहे हैं मार्बल इनले वर्क की, जो मुगलकाल का बताया जाता है। मुगल शहंशाह शाहजहां ने जब आगरा में मोहब्बत की निशानी ताजमहल का निर्माण कराया तो ताजमहल की दीवारों पर बेहद खूबसूरत इनले वर्क कराया, जो ताजमहल के सफेद संगमरमरी हुस्न में चार चांद लगाते हैं। मुगलकाल में मार्बल इनले वर्क कराने के लिए ईरान और कई देशों से कारीगर बुलाए गए थे। तब कारीगर यहीं के होकर रह गए, तभी से आगरा मार्बल हैंडीक्राफ्ट का केंद्र बना हुआ है। आज भी यहां पर मुगलिया काल जैसा ही मार्बल इनले शानदार वर्क होता है. आगरा में कैसे होती है यह शानदार कारीगरी, देखें इस वीडियो में।