लाख की खेती से लाखों कमा रहे किसान, प्रयागराज ने कैसे खड़ी कर दी ये इंडस्ट्री। लाख ने प्रयागराज में खड़ी कर दी ये खास इंडस्ट्री। प्राकृतिक राल है लाख, जिसका साइंटिफिक नेम है लेसिफर। पलास, कुसुम आदि कुछ खास पेड़ों पर ही पलते हैं लाख के कीट। चूड़ियां, कड़े, नेल पेंट, पटाखे समेत कई उत्पादों में यूज होता है लाख। प्रयागराज का बायोवेद संस्थान देता है लाख की खेती की ट्रेनिंग। तमाम किसान प्रशिक्षण लेकर कर रहे हैं लाख का उत्पादन। भारत में होता है सबसे ज्यादा लाख का उत्पादन। सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में होती है लाख की खपत। लाख की बदौलत सूखे के दिनों में भी कमाई करते हैं किसान। मशीनों से लाख को प्रोसेस करके प्रयोग के लायक बनाया जाता है।