-लाइन लॉस रोकने में नाकाम विभाग ने विजलेंस को सौंपी जिम्मेदारी

-शहर में 40 प्रतिशत से कम नहीं हो रहा लाइन लॉस का आंकड़ा

Meerut। शहर में बिजली चोरी रोकने में नाकाम पीवीवीएनएल ने अब बिजली चोरों से तौबा कर ली है। यही कारण है कि विभाग ने अब बिजली चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी विजिलेंस को दी है। विभाग के एमडी अभिषेक प्रकाश सिंह ने विजलेंस अफसरों से बिजली चोरी की घटनाओं में कमी लाने की जिम्मेदारी दी है।

नहीं रुकी बिजली चोरी

दरअसल, पीवीवीएनएल बिजली चोरी को रोकने के लिए समय-समय पर तमाम अभियान चलाता है। यही नहीं इसके लिए विभागीय अफसरों की जिम्मेदारी भी तय की जाती है। अब चूंकि गर्मियों का आगाज हो चुका है और विभाग को शासनादेश के अनुसार शहर को 24 घंटे पावर सप्लाई मुहैया करानी है। तो विभाग ने इसकी जिम्मेदारी अपने वफादार अफसरों से हटाकर विजलेंस को सौंपी है।

40 फीसद बिजली चोरी

शहर में इस समय कुल बिजली का 40 फीसद खुलेआम चोरी में जा रहा है। ऐसा तो तब है जब विभाग खुद भी अपने आंकड़ों में लाइन लॉस को 40 फीसद ही दर्शाता है। असल में तो चोरी का ग्राफ 40 फीसद से भी ऊंचा उठ सकता है। बावजूद इसके बिजली चोरी धड़ल्ले से जारी है। ऐसे में बाकि शहर को साठ फीसद बिजली में ही संतोष करना पड़ता है।

500 करोड़ का घाटा

उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन के आंकड़ों पर गौर करें तो बिजली चोरी से विभाग को हर साल लगभग 500 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यदि अकेले मेरठ जनपद की ही बात करें तो घाटे का यह आंकड़ा 100 करोड़ तक पहुंचता है। इस तरह से पॉवर कार्पोरेशन लगातार घाटे की खाई में गिरता जा रहा है।

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क्या बोलते हैं आंकड़े

यदि आंकड़ों पर गौर करें तो मेरठ समेत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकतर जिलों में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जा रही है।

मेरठ में सबसे अधिक चोरी

जनपद चोरी (प्रतिशत)

मेरठ - 40.2

मुजफ्फरनगर -33.78

गाजियाबाद -19.15

मुरादाबाद -32.72

नोएडा - 7.85

बिजनौर -32.87

तीन घंटे एक्स्ट्रा सप्लाई

अफसरों के अनुसार बिजली चोरी पर लगाम जहां मांग व आपूर्ति के अंतर को काफी हद तक कम कर देगी, वहीं ऐसा होने शहर को तीन घंटे अतिरिक्त बिजली भी मुहैया कराई जा सकेगी। इसका सीधा फायदा यह होगा कि शहर में बिजली की उपलब्धता पहले के मुकाबले तो अधिक होगी ही, वहीं लगातार घाटे में जा रहे विभाग को भी इसका बड़ा फायदा होगा।

विजलेंस टीम को बिजली चोरी रोकने की जिम्मेदारी दी गई है। टीम के साथ हमारे विभाग का कर्मचारी भी साथ होगा। इससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे।

-अभिषेक प्रकाश सिंह, एमडी पीवीवीएनएल