Vijaya Ekadashi 2020: विजया एकादशी का व्रत 19 फरवरी को है। मान्‍यता है कि भगवान राम ने लंका जाकर रावण से युद्ध के पहले इस व्रत को किया था। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। प्रत्‍येक माह में दो बार एकादशी तिथि होती है, एक शुक्‍ल पक्ष व दूसरी कृष्ण पक्ष में पड़ती है, इस दिन व्रत करने से उत्‍तम फल की प्राप्ति होती है।

कब है विजया एकादशी

इस वर्ष विजया एकादशी 19 फरवरी को पड़ रही है। एकादशी तिथि 18 फरवरी को रात्रि 2 बजकर 32 मिनट से अगले दिन शाम 3 बजकर दो मिनट तक रहेगी। इस व्रत का पारण 20 फरवरी को सुबह 7 बजकर 4 मिनट से 9 बजकर 24 मिनट के बीच किया जाएगा।

विजया एकादशी की व्रत कथा

मान्‍यता है कि त्रेतायुग में विष्णु के अवतार भगवान राम लंका पर चढ़ाई करने के लिए समुद्र तट पर पहुंचे। वहां अनुज लक्ष्मण की सलाह पर उन्‍होंने दालभ्य ऋषि से सहायता मांगी। जिन्‍होंने उन्‍हें विजया एकादशी का व्रत की सलाह दी। जैसा कि नाम से ही विदित है यह व्रत किसी काय्र में विजय व सफलता की कामना से किया जाता है/ भगवान राम ने यह व्रत किया व रावण पर विजय प्राप्‍त की।