कानपुर। चंद्रयान-2 के लिए सोमवार का दिन बेहद अहम है। 2 सितंबर की दोपहर 12:45 से 13:45 बजे के बीच चंद्रयान के ऑर्बिटर से लैंडर विक्रम को अलग किया जाना था। इसरो के मुताबिक 13:15 पर चन्द्रयान-2 का लैंडर विक्रम आर्बिटर से सफलतापूर्वक अलग हो गया है। ऐसे में भारत बस चांद से एक कदम की दूर है। विक्रम लैंडर के 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर पहुंचने की उम्मीद है।


इसरो लगतार इस पर अपनी नजर बनाए हुए है

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 को कल रविवार शाम 6:21 बजे चंद्रमा की पांचवीं एवं अंतिम कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करा दिया है। वहीं इसके पहले चंद्रयान-2 ने चाैथी कक्षा में 30 अगस्त को, तीसरे में 28 अगस्त को, दूसरे में 21 अगस्त को और पहले में 20 अगस्त को प्रवेश किया था। इसरो लगतार इस पर अपनी नजर बनाए हुए है।

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चंद्रमा पर लैंडिंग कराने वाला भारत चौथा देश
चंद्रयान-2 चांद की सतह पर लैंडिंग करने वाला पहला भारतीय मिशन होगा। अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा पर लैंडिंग कराने वाला भारत चौथा देश बनाएगा। बता दें कि 22 जुलाई को भारत का स्वदेशी मून मिशन चंद्रयान -2 को दोपहर 2.43 बजे आंध्रप्रदेश के नेल्लोर जिले के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च हुआ था।

 

 

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