मुंबई(ब्यूरो)। 'भावेश जोशी' के बॉक्स ऑफिस नतीजों पर आपकी प्रतिक्रिया?
हर फिल्म हर किसी को समझ में नहीं आती और न ही पसंद आती है। ऐसा ही कुछ मेरी फिल्म के साथ हुआ। लोग थियेटर में इसे देखने नहीं गए, लेकिन अब यह डिजिटल पर आई, तो इसकी तारीफ हो रही है। मुझे रोज संदेश मिल रहे हैं कि फिल्म उनको पसंद आई। 
बतौर निर्देशक आपको फिल्म के नतीजों से निराशा हुई होगी?
ये तो स्वाभाविक है, लेकिन डायरेक्टर क्रिएटिव काम करता है और अपने क्रिएटिव काम से मैं संतुष्ट रहा। फिल्म ज्यादा कलेक्शन क्यों नहीं कर पाई, इसके बहुत सारे कारण रहे होंगे। 
क्या एक वजह यह भी मानी जाए कि उसी दिन सोनम कपूर की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' रिलीज हुई और आपकी फिल्म में उनके भाई हर्षवर्धन कपूर हीरो थे?
बॉक्स ऑफिस पर दो बड़ी फिल्में रिलीज होना कोई हैरानी की बात नहीं रही है। जहां तक सोनम और हर्षवर्धन वाली बात है, तो अपनी-अपनी फिल्मों में दोनों ने अपना-अपना काम किया। मुझे नहीं लगता कि यह कोई वजह हो सकती है। 
आपके हिसाब से फिल्म में कोई कमी नहीं थी?
निर्देशक के तौर पर यह मैं कह सकता हूं। फिल्म बुरी होती, तो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसे इतना अच्छा रेस्पांस नहीं मिलता, जो मिल रहा है। 
आपकी बनाई 'उड़ान' और 'ट्रैप्ड' जैसी फिल्मों के मुकाबले इसे कमजोर माना गया। आप सहमत नहीं होंगे?
जी, मैं सहमत नहीं हो सकता। मेरी पिछली फिल्मों से इसकी तुलना का कोई कारण नहीं है। फिल्म को लेकर हर किसी की अपनी राय हो सकती है, जिससे सहमति और असहमति का अधिकार मेरे पास है। 
'उड़ान' या 'ट्रैप्ड' या 'लुटेरे', आप अपनी अभी तक की बेस्ट फिल्म किसे मानते हैं? 
मेरी बेस्ट फिल्म अभी नहीं आई है। यह भी कह सकता हूं कि मेरे लिए मेरी हर फिल्म बेस्ट से कम नहीं है। बेस्ट से कम फिल्म होगी, तो मैं खुद को जुड़ा महसूस नहीं करूंगा। 
भविष्य में किस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं? 
दो-तीन कहानियों पर काम शुरू किया है। इस वक्त कहना मुश्किल है कि किस पर काम आगे बढ़ेगा। मुमकिन है कि इस साल के अंत तक कुछ तय कर सकूं कि अगली फिल्म क्या होगी। अभी तो प्वाइंट ब्लैंक है।  
अनुज अलंकार 

मुंबई(ब्यूरो)। 'भावेश जोशी' के बॉक्स ऑफिस नतीजों पर आपकी प्रतिक्रिया?

हर फिल्म हर किसी को समझ में नहीं आती और न ही पसंद आती है। ऐसा ही कुछ मेरी फिल्म के साथ हुआ। लोग थियेटर में इसे देखने नहीं गए, लेकिन अब यह डिजिटल पर आई, तो इसकी तारीफ हो रही है। मुझे रोज संदेश मिल रहे हैं कि फिल्म उनको पसंद आई। 

बतौर निर्देशक आपको फिल्म के नतीजों से निराशा हुई होगी?

ये तो स्वाभाविक है, लेकिन डायरेक्टर क्रिएटिव काम करता है और अपने क्रिएटिव काम से मैं संतुष्ट रहा। फिल्म ज्यादा कलेक्शन क्यों नहीं कर पाई, इसके बहुत सारे कारण रहे होंगे। 

क्या एक वजह यह भी मानी जाए कि उसी दिन सोनम कपूर की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' रिलीज हुई और आपकी फिल्म में उनके भाई हर्षवर्धन कपूर हीरो थे? 
हर फिल्म हर किसी को समझ में नहीं आती : विक्रमादित्य मोटवानी

बॉक्स ऑफिस पर दो बड़ी फिल्में रिलीज होना कोई हैरानी की बात नहीं रही है। जहां तक सोनम कपूर और हर्षवर्धन वाली बात है, तो अपनी-अपनी फिल्मों में दोनों ने अपना-अपना काम किया। मुझे नहीं लगता कि यह कोई वजह हो सकती है। 

आपके हिसाब से फिल्म में कोई कमी नहीं थी?

निर्देशक के तौर पर यह मैं कह सकता हूं। फिल्म बुरी होती, तो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसे इतना अच्छा रेस्पांस नहीं मिलता, जो मिल रहा है। 

आपकी बनाई 'उड़ान' और 'ट्रैप्ड' जैसी फिल्मों के मुकाबले इसे कमजोर माना गया। आप सहमत नहीं होंगे?

जी, मैं सहमत नहीं हो सकता। मेरी पिछली फिल्मों से इसकी तुलना का कोई कारण नहीं है। फिल्म को लेकर हर किसी की अपनी राय हो सकती है, जिससे सहमति और असहमति का अधिकार मेरे पास है। 

'उड़ान' या 'ट्रैप्ड' या 'लुटेरे', आप अपनी अभी तक की बेस्ट फिल्म किसे मानते हैं? 

मेरी बेस्ट फिल्म अभी नहीं आई है। यह भी कह सकता हूं कि मेरे लिए मेरी हर फिल्म बेस्ट से कम नहीं है। बेस्ट से कम फिल्म होगी, तो मैं खुद को जुड़ा महसूस नहीं करूंगा। 

भविष्य में किस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं? 

दो-तीन कहानियों पर काम शुरू किया है। इस वक्त कहना मुश्किल है कि किस पर काम आगे बढ़ेगा। मुमकिन है कि इस साल के अंत तक कुछ तय कर सकूं कि अगली फिल्म क्या होगी। अभी तो प्वाइंट ब्लैंक है।  

अनुज अलंकार 

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