कानपुर (इंटरनेट डेस्क) । बॉलीवुड के मशहूर एक्टर विनोद खन्ना की आज 86वीं बर्थ एनिवर्सरी है। सामान्य परिवार से होने के कारण, फिल्मों में आना कोई मजाक का काम नहीं था। लेकिन अपनी मेहनत और लगन के कारण साल 1968 में, सुनील दत्त की फिल्म &मन का मीत&य में वे एक विलेन के रूप में पहली बार पर्दे पर नजर आए। जिसके बाद साल 1971 में, फिल्म 'हम तुम और वो' में विनोद खन्ना पहली बार बतौर लीड एक्टर नजर आए। विलेन से एक्टर तक का सफर तय करने वाले, विनोद खन्ना अपनी प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहे हैं।

करियर के पीक में लिया सन्यास
कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जादू चलाने के बाद साल 1971 में गीतांजलि से शादी कर ली। विनोद खन्ना हर तरह से सफल थे, उनके पास दौलत, शोहरत, परिवार सब कुछ था, लेकिन खुद को जानने की बेचैनी भी थी। वहीं, मां के निधन से भी वह पूरी तरह टूट गए थे। और अपनी जिंदगी में एक खालीपन को महसूस करने लगे थे। इसी बीच, अचानक ही उन्होंने अपनी शोहरत को पीछे छोड़ संन्यास लेने का फैसला किया। जिस कारण वह अमेरिका में आध्यात्मिक गुरु ओशो के आश्रम चले गए, और पांच साल तक वही रहे। जब वे भारत लौटे तो गीतांजलि से उनका तलाक हो गया और उन्होंने 1990 में कविता से दूसरी शादी कर ली।

6 साल तक छिपा कर रखी अपनी बीमारी
एक्टर विनोद खन्ना का निधन ब्लड कैंसर के कारण हुआ। उन्होंने अपने परिवार से काफी समय तक अपनी बीमारी की बात को छुपाकर रखा। उन्हें छह साल पहले ही ब्लड कैंसर होने का पता चल गया था। लेकिन, उन्होंने इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दी। परिवार को बीमारी का पता लगते ही, अगले छह साल तक उनका इलाज जर्मनी में चला और साथ ही साथ एक सर्जरी भी हुई। लेकिन, फिर भी डाक्टर्स उन्हें बचा नहीं पाए। 27 अप्रैल 2017 को उनका निधन हो गया।

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