हर area में mini finance companies
जुगसलाई, बागबेड़ा और मानगो सहित अन्य एरिया में फाइनांस कंपनियों द्वारा ऑफिस ओपन किए गए हैं। लेकिन ऑफिस खोलने करने में किसी क्राइटेरिया को फुलफिल नहीं किया गया है। नियमानुसार इनके ऑफिस मार्केट प्लेस या फिर बिजनेस प्लेस में होने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। इनके द्वारा सिटी के इंटिरियर एरिया के साथ ही रेसिडेंसियल फ्लैट और घर में ऑफिस खोले गए हैं।

कंपनी महिलाओं को loan देना करती हैं prefer
इन फाइनांस कंपनियों द्वारा छोटे लोन अमाउंट दिए जाते हैं। इनके द्वारा महिलाओं को लोन देना प्रेफर किया जाता है, जिस कारण इनके पास मेल कस्टमर्स की संख्या कम ही होती है। हैरत की बात तो तब होती है, जब लोन देने के लिए या किसी भी पेपर वर्क के लिए महिलाओं को अकेले ही ऑफिस में बुलाया जाता है। अगर वे किसी मेल मेंबर चाहे वह बेटा हो या हसबेंड को साथ लाना चाहती हैं, तो उन्हें ऐसा करने से रोका जाता है।

दोबारा नहीं मिलता loan
इन फाइनांस कंपनीज द्वारा अपनी मर्जी के हिसाब से सेलेक्टेड व्यक्ति को ही लोन दिया जाता है। अगर उन्हें लगता है कि किसी को फाइनांस की अच्छी जानकारी है तो फिर उन्हें लोन देने में आनाकानी करते है। ऐसे लोगों को इंटरटेन भी नहीं किया जाता।

'मैैंने अपना लोन चुका दिया। दोबारा लोन लेने गई तो मुझसे कहा गया कि जिसे एनओसी मिलता है, उसे दोबारा लोन नहीं मिलता.' 
-प्रमिला देवी

'अस्मिता फाइनांस कंपनी द्वारा दोबारा लोन देने से इंकार करते हुए मेरी वाइफ को अकेले ऑफिस आने को कहा जा रहा था.' 
-विजय कुमार

'फाइनांस कंपनियों द्वारा केवल महिलाओं को ही लोन दिया जाता है। किसी की नजर में यह बात न आए, इसके लिए एक दो पुरुषों को भी ये लोन दे देते हैं.'
-आरएन सिंह

'मेरी तबीयत ठीक नहीं है। मैैं ट्रीटमेंट के लिए जा रहा हूं। मैं अभी कोई स्टेटमेंट नहीं दे पाऊंगा.'
-दिनेश कुमार, ब्रांच मैनेजर, अस्मिता फाइनांस

Report by: jamshedpur@inext.co.in