-गवर्नमेंट हॉस्पीटल्स में बनेगा अलग ओपीडी काउंटर

-अलग वार्ड बनाने के सीएमओ ने जारी किये आदेश

आगरा। गवर्नमेंट हॉस्पीटल्स में आयुष्मान कार्ड होल्डर्स को अब वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाएगा। उन्हें पर्चा बनवाने के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा और विभिन्न प्रकार की जांचों में भी वरीयता मिलेगी। सीएमओ ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं।

अलग बनेगा ओपीडी काउंटर

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत कमजोर वर्ग के लोगों को लिस्टेड हॉस्पीटल्स में इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। आमतौर पर हॉस्पीटल्स में अभी तक लाभार्थियों को आम लोगों की तरह इलाज कराना पड़ता है। उन्हें पर्चा बनवाने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ता है। आयुष्मान कार्ड होल्डर्स की इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए अब उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट देने की तैयारी की गई है। आयुष्मान के लाभार्थियों को ओपीडी में पर्चा बनवाने के लिए एक अलग से काउंटर बनाया जाएगा। इससे उन्हें इलाज कराने में आसानी होगी। इस काउंटर पर गोल्डन कार्ड, प्लास्टिक कार्ड, प्रधानमंत्री सूचना पत्र, मुख्यमंत्री सूचना पत्र दिखाने पर प्राथमिकता से ओपीडी मिलेगी।

अलग बनेगा वार्ड

जिन आयुष्मान योजना के लाभार्थी का गोल्डन कार्ड नहीं बन पाया है, वे इसकी सूचना तत्काल दें। उनका गोल्डन कार्ड तुरंत बनाया जाएगा। हॉस्पीटल में होने वाली हर प्रकार की जांच में आयुष्मान के लाभार्थियों को वरीयता दी जाएगी। इनके लिए अलग से वार्ड बनाए जाने की भी योजना है। यह वार्ड लाभार्थियों के लिए आरक्षित रहेगा। इमरजेंसी इनडोर भर्ती की पर्ची पर एक ऑप्शन भी प्रिंट कराया जाएगा। जिसपर लिखा होगा कि पेशेंट आयुष्मान लाभार्थी है या नहीं।

आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ। अजय कपूर ने बताया पहले से उपलब्ध भर्ती की पर्चियों पर आयुष्मान लाभार्थी लगाई जाएगी। भर्ती होने वाले प्रत्येक मरीज की अनिवार्य रूप से डेटाबेस स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बारे में सीएमओ कार्यालय से जिला पुरुष अस्पताल के मंडलीय अपर निदेशक, जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख अधीक्षक, मानसिक आरोग्यशाला की निदेशक व एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल को पत्र भेजा गया है।

आयुष्मान कार्ड होल्डर्स को अलग से फैसिलिटी देने की योजना है। उनके लिए अलग से ओपीडी काउंटर और अलग से वार्ड बनाए जाएंगे। आयुष्मान कार्ड होल्डर्स को जांच में भी विशेष सुविधा दी जाएगी।

-डॉ। मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ