-विरासत में लगातार दूसरे दिन पहुंची सरकारी डिपार्टमेंट की टीम

मंडे को नगर निगम ने प्लास्टिक यूज के कारण लगाई थी पैनल्टी

देहरादून, पिछले 12 दिनों से ओएनजीसी के अंबेडकर स्टेडियम में चल रहे विरासत महोत्सव पर सरकारी विभागों का शिकंजा कसता नजर आ रहा है। मंडे को जहां नगर निगम की टीम पॉलीथिन के यूज पर एक लाख रुपए का जुर्माने का नोटिस भेजा था। वहीं ट्यूजडे को विधिक माप विज्ञान डिपार्टमेंट ने भी विरासत में दस्तक दी। जहां डिपार्टमेंट के कार्मिकों ने पाया कि कई प्रोडक्ट पर घोषणाएं नियमानुसार नहीं हैं।

निगम ने जारी किया नोटिस

हर साल आयोजित किया जाने वाला विरासत अक्सर चर्चाओं में रहता है। कभी स्थानीय कलाकारों को तवज्जो न दिए जाने तो अब पॉलीथिन यूज किये जाने के कारण। अब बताया गया है कि यहां बिक रहे प्रोडक्ट पर घोषणाएं नियमानुसार नहीं हैं। ट्यूजडे को विधिक माप विज्ञान डिपार्टमेंट की टीम ने पाया मारवाड़ी नमकीन और अलसी के तेल पर घोषणाएं नियमानुसार नहीं हैं। शोभा चावला स्वीट शॉप के पेठे के पैकेट पर भी सूचनाएं नियमानुसार नहीं पाई गई। सूत्रों के अनुसार अभी और भी संबंधित विभाग का शिकंजा विरासत पर कस सकता है। बताया जा रहा है कि विरासत में देशभर के तमाम प्रोडक्ट के साथ ही फेमस कलाकारों को महोत्सव में आमंत्रित किया गया है। जबकि स्थानीय कलाकारों व प्रोडक्ट को सीमित संख्या में तरजीह दी गई है। हालांकि अबकी बार शुरुआत में उत्तराखंड के कलाकारों को परफोरमेंस के लिए मंच दिया गया था। इस बारे में मेयर सुनील उनियाल गामा का कहना है कि ऐसे आयोजन पर स्थानीय कलाकारों के अलावा बेरोजगारों को रोजगार के लिए स्टॉल्स प्रमुखता से दिए जाने चाहिए।

शहर में भी अभियान

दीपावली सीजन पर विधिक माप विज्ञान की टीम ने मंडे को अपना सघन चेकिंग अभियान जारी रखा। प्रभारी ज्वाइंट डायरेक्टर विधिक माप विज्ञान के नेतृत्व में नेहरू कॉलोनी स्थित मदन लाल राधेश्याम कपड़ा विक्रेता के यहां टीम पहुंची। वहां बेड सीट के पैकेजिंग पर महीना, वर्ष व कीमत अंकित नहीं था। साड़ी के पैकेट पर भी एड्रेस के अलावा कोई सूचना नहीं मिली। नेहरू कालोनी में ही चौहान डिपार्टमेंट स्टोर में किडीज कुकीज के पैकेट पर वजन अंकित नहीं था। टीम ने विधानसभा मार्ग पर स्थित अर्बन बाय डिपार्टमेंट स्टोर पर भी कई पैकेट के वजन व कीमत अंकित नहीं पाए। यहां उड़द छिलका के पैकेज पर सूचनाएं स्टिकर पर अंकित पाई गई। नरुला बेकर्स के पैकेट पर भी दोहरा मूल्य, ड्राइफ्रूट के गिफ्ट पैक की कीमत निर्धारित प्रारूप के अनुसार नहीं पाई गई। कस्टमर केयर नंबर भी ठीक नहीं मिला। ज्वाइंट डायरेक्टर केके शर्मा के अनुसार इन सभी मामलों में स्थानीय दुकानों के जरिए निर्माता कंपनियों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। टीम में इंसपेक्टर अशोक कुमार शर्मा भी शामिल रहे।