* विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय मीडिया से हुए मुखातिब
* सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई न करने पर जताई निराशा
* मोदी सरकार से मंदिर के लिये अध्यादेश की मांग

lucknow@inext.co.in
LUCKNOW: विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने बुधवार को राजधानी में यह जानकारी दी। उन्होंने मामले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जल्द सुनवाई से इंकार को लेकर निराशा जताते हुए मोदी सरकार से इस पर कानून बनाने की भी मांग की। राय ने आगामी 25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित होने वाली धर्म सभा में एक लाख व 9 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाली धर्म सभा में पांच लाख लोगों के जुटने का दावा किया।

सुनवाई टलने से हिंदू आक्रोशित
चमीराबाई मार्ग स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस में मीडिया कर्मियों से मुखातिब चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है, इससे हिंदुओं में आक्रोश व्याप्त हो रहा है। इसकी वजह यह है कि हिंदुओं को विश्वास है कि कोर्ट का फैसला उनके ही पक्ष में आने वाला है। राय ने कहा कि कोर्ट से न्याय की अपेक्षा रहती है लेकिन, अब उसमें भी टालमटोल हो रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर के प्रति हिंदुओं की एकजुटता दिखाने के लिये देशभर में पांच हजार सभाएं की जाएंगी। आगामी 25 नवंबर को अयोध्या में धर्माचार्यों के नेतृत्व में धर्मसभा आयोजित की जाएगी, जिसमें एक लाख लोग शामिल होंगे। वहीं आगामी 9 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाली धर्मसभा में पांच लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है। राय ने कांगे्रस नेता कपिल सिब्बल पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सिब्बल ने कोर्ट में मामले की सुनवाई लोकसभा चुनाव के बाद करने की मांग की थी, उन्हें यह बताना चाहिये कि वे किसके इशारे पर कोर्ट में यह कहने गए थे।

सरकार बनाए कानून
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री भोलेंद्र ने कहा कि पूर्व चीफ जस्टिस ने 29 नवंबर से मामले की नियमित सुनवाई का आदेश दिया था। लेकिन, उनके आदेश को कोर्ट ने नहीं सुना और मामले की सुनवाई दो महीने के  लिये टाल दी। इससे हिंदू समाज खुद को अपमानित और कुंठित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को संसद के भीतर कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिये। धर्मसभा के आयोजन पर बोलते हुए भोलेंद्र ने कहा कि यह सभा कोर्ट व सरकार दोनों को संदेश देने के लिये आयोजित की जा रही है। कहा, हम कोर्ट पर दबाव नहीं बना सकते लेकिन, हिंदुओं की इच्छा तो जाहिर ही कर सकते हैं।

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