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लाख से अधिक भक्तों ने अब तक दरबार में लगाई हजारी

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दिन में सुगम दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या मात्र पांच हजार

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हजार भक्तों ने अब तक विश्वनाथ मंदिर में रूद्राभिषेक कराया

vinod.sharma@inext.co.in

VARANASI

सावन में भगवान भोले श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए प्रतिदिन भक्तों की कतार लग रही है। यह कतार सोमवार को सुनामी में तब्दील हो जाती है। अब तक करीब दस लाख से अधिक भक्तों ने बाबा के दरबार में हजारी लगाई है। इसमें टिकट लेकर सुगम दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या मात्र पांच हजार है। तीन हजार भक्तों ने अब तक रुद्राभिषेक कराया है। हालांकि मंदिर प्रशासन ने सावन में पांच सौ रुपये में सुगम दर्शन और 750 रुपये में रूद्राभिषेक की व्यवस्था की थी। लेकिन सुगम दर्शन के लिए उम्मीद से कम श्रद्धालुओं के आने पर मंदिर प्रशासन ने इसका टिकट तीन सौ और रूद्राभिषेक का 450 रुपये कर दिया। रेट कम होने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।

कांवडि़यों की रहती है भीड़

श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के दर्शन के लिए हमेशा भीड़ रहती है। सावन में कांवरियों के चलते यह भीड़ काफी बढ़ जाती है। यही वजह है कि बाबा धाम में हमेशा केसरिया वेशधारी शिवभक्तों की कतार लगी रहती है। आम दर्शनार्थियों को रोककर पहले कांवरियों और डाक बम को दर्शन कराया जाता है। प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं में आधे से अधिक संख्या कांवरियों की रहती है।

रवि और सोम को भीड़

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के पहले दिन सुगम दर्शनार्थियों की संख्या 629 रही। 21-22 जुलाई को संख्या 511-561 थी। उम्मीद से कम संख्या होने पर मंदिर प्रशासन ने सुगम दर्शन का टिकट तीन सौ रुपये कर दिया। टिकट का रेट कम होने के बाद दूसरे रवि-सोमवार 21-22 जुलाई को सुगम दर्शनार्थियों की संख्या पहले रवि-सोमवार से दोगुनी 1289-885 हो गयी। सावन के आम दिनों में यह संख्या सौ, दो सौ या तीन सौ रहती है। रविवार को रूद्राभिषेक कराने वाले भक्तों की संख्या ज्यादा रहती है, जबकि सोमवार को बहुत कम भक्त रूद्राभिषेक कराते हैं।

141 ने की पंचक्रोशी यात्रा

सावन में पर्यटन विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समिति की ओर से शुरू पंचक्रोशी यात्रा बाबा के भक्तों को रास नहीं आ रही है। 15 दिन में सिर्फ 141 श्रद्धालुओं ने ही पंचक्रोशी यात्रा की है। ये औसतन प्रतिदिन 10 यात्री है। हालांकि मंदिर प्रशासन को प्रतिदिन सौ भक्तों के आने की उम्मीद थी। इसीलिए मंदिर प्रशासन ने प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे से लेकर सुबह 9.30 बजे तक चार टोलियों को रवाना करने की योजना बनायी थी। पहले सोमवार को सिर्फ 10, दूसरे सोमवार को 20 श्रद्धालुओं ने पंचक्रोशी यात्रा की। 23 जुलाई को सिर्फ 2 श्रद्धलुओं ने यात्रा की थी। प्रशासन ने पंचक्रोशी यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को टूर पैकेज ऑफर किया था। टूर पैकेज में 12 वर्ष से ऊपर श्रद्धालुओं को साढ़े बारह सौ, 5 से 12 वर्ष तक के भक्तों को 750 रुपये देना होता है। यह यात्रा सात घंटे में पूरी होती है। पांच वर्ष से छोटे बच्चों के लिए यह यात्रा निशुल्क है।