-युवा मतदाताओं संग जमकर थिरकीं मालिनी अवस्थी

-पहली बार वोट देने जा रहे युवाओं से पूछे सवाल, जवाब भी दिया

ALLAHABAD: सात मई को होने वाले मतदान के लिए माहौल बनाने को थर्सडे को निर्वाचन आयोग की तरफ से एमएनएनआईटी में आयोजित जागरुकता प्रोग्राम में भोजपुरी गायिका मालिनी अवस्थी ने शमा बांध दिया। जागो रे जागोदेश केमतदाताकी प्रस्तुति ने युवाओं को जोश से भर दिया।

लाइन लगे मा काहे अलसात हो

एमएनएनआईटी के मल्टीपरपस हाल में आई मालिनी अवस्थी ने हिन्दी और भोजपुरी मिश्रित अपनी गायिकी की सुरमई प्रस्तुति के दौरान मतदाताओं को अधिकाधिक वोटिंग के लिए रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनकी प्रस्तुति मतदाता देश की शान हैजनमत देश की पहचान हैइसके अलावा उन्होंने मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए प्रस्तुति दी, घर में बैठे काहे अलसात होवोट डाले काहे नहीं जात होतो मतदान के दिन को छुट्टी मानने वालों पर कटाक्ष किया, लाइन लगे मा काहे अलसात होवोट डाले काहे नहीं जात हो

मतदाताओं की नब्ज को टटोला

मालिनी ने प्रस्तुति देते-देते मतदाताओं की नब्ज टटोली और गंवई व शहरी दोनों वर्ग के मतदान की अच्छाई और बुराईयों को चिन्हित करके लोगों को अवेयर किया। उन्होंने लोगों को जाति-धर्म से ऊपर उठकर मतदान के लिए प्रेरित किया और लोगों को जागरुक करते हुए कहा कि माना कि सभी नेता वफादार नहींपर अगर हम भी वोट न दें तो क्या गद्दार नहीं। मतदाता जागरुकता अभियान में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और संघटक कॉलेजेस के राष्ट्रीय सेवा योजना के सभी कार्यक्रम अधिकारी, कैम्पस अम्बेसडर, स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाएं मौजूद रहीं। इनका नेतृत्व कोआर्डिनेटर प्रो। उमाकांत यादव ने किया। डीएम, कमिश्नर और चुनाव से जुड़े अधिकारी भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

हमने मतदाताओं को जागरुक करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लोग भी हमारी मेहनत को साकार करें तो बेहद खुशी होगी।

कन्हैया लाल यादव

लोकतंत्र की मजबूती के लिए हम सभी को एकजुट होकर मतदान करना होगा। लोगों को समझना चाहिए कि यह हमारी जिम्मेदारी है।

संदीप यादव

बेहतरीन प्रोग्राम रहा। सभी लोकतांत्रिक संस्थाएं तो अपना काम कर ही रही हैं। अब हमारी बारी है कि वोट की ताकत दिखाएं।

काजल

लोकतंत्र के इस महापर्व को एकजुट होकर मनाने की जरूरत है। पूर्व में इलाहाबाद में मतदान का प्रतिशत बहुत कम रहा है। जिसे इस बार बदलने की सभी को शपथ लेनी चाहिए।

शालिनी शुक्ला

युवा ही देश की ताकत हैं और वे ही देश की तकदीर को बदल सकते हैं। एक भी युवा मतदान से छूटा तो समझ लेना चाहिए कि उसने देश की तरक्की का एक प्रतिशन खुद कम कर दिया है। ज्योतिमा

हमने लम्बे समय से मतदाताओं को जागरूक करने का अभियान चला रखा है। अब लोगों की बारी है कि वे इस अभियान को सफल बनाएं।

अंकिता

सोसाइटी के हर तबके को बढ़ चढ़कर अपनी हिस्सेदारी निभानी होगी। यही चुनाव की सफलता की गारंटी होगी। मतदान प्रतिशत नया रिकार्ड बना दे। यही हम सबकी कामना है।

अर्चना