RANCHI:कुछ लोग मताधिकार को लेकर जागरूक नहीं हैं। कुछ लाईन में लगना पसंद नहीं करते। तो कुछ सिक्योरिटी प्वाइंट ऑफ व्यू को लेकर भी वोटिंग करने नहीं जाते हैं। इन्हीं सारी वजहों के कारण बड़ी संख्या में लोग पोलिंग बूथ तक नहीं पहुंच पाते हैं। यह शहरी इलाकों में वोटिंग परसेंटेज कम होने का भी बड़ा कारण है। ऐसे में अगर इन लोगों को अवेयर करने के साथ-साथ इलेक्शन प्रोसेस को भी इजी बना दिया जाए, तो निश्चित तौर पर अधिक लोग वोटिंग करेंगे।

श्रद्धा शाह

4-सभी को समझनी होगी अपनी जिम्मेवारी

विधानसभा चुनाव में सभी पब्लिक को अपनी-अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। यह जानना होगा कि उनके वोट का कितना महत्व है। उनके वोट की बदौलत ही राज्य को एक अच्छी सरकार मिलेगी। 14 सालों में झारखंड में अच्छी सरकार नहीं बनी है। ऐसे में इस बार हमारे लिए एक अच्छा मौका है, जब झारखंड में अच्छी सरकार चुनने के लिए हम पोलिंग बूथ तक जाकर रिकार्ड वोटिंग करें।

मधुलिका जैन

5-बूथ को लेकर रहता है कंफ्यूजन

अधिकतर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल इसलिए भी नहीं कर पाते हैं कि उन्हें बूथ के लेकर सही जानकारी नहीं दी जाती है। एक ही फैमिली के लोगों का अलग-अलग बूथ पर नाम होता है। कुछ बूथ पास होते हैं, जबकि कुछ बहुत दूर होते हैं। पोलिंग बूथ पर सही जानकारी देने वाला भी कोई नहीं होता है। ऐसे में उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसका असर वोटिंग परसेंटेज पर पड़ता है। अगर यह प्रॉब्लम दूर कर दी जाए, तो लोग वोट करने के लिए जरूर आगे आएंगे।

रचना अग्रवाल

6-झारखंड की बेहतरी के लिए करें वोट

मंगलवार को रांची में वोट पड़ेगा। रांची की जनता के सामने यह बेहतर मौका है, जब वह अपने वोटिंग राइट का सही इस्तेमाल करते हुए झारखंड के लिए एक बेहतर सरकार चुन सकती है। पिछले दो चरण के चुनाव में यह देखने को आ रहा है कि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तो वोटिंग अधिक हो रही है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में वोटिंग परसेंटेज घट रहा है। ऐसे में शहरी क्षेत्रों के लोगों को चुनाव के दिन जरूर से जरूर वोट देने के लिए पोलिंग बूथ तक जाना चाहिए।

स्नेहा