-पूछने पर स्टाफ ने कहा, लंच पर हैं सभी

-गुरुवार देर रात फांसी लगाकर कर ली थी आत्महत्या

RANCHI : रिम्स में पोस्टमार्टम के लिए एक परिवार तीन घंटे तक भटकता रहा। उसके बाद भी पोस्टमार्टम डिपार्टमेंट में कोई नहीं आया। थककर परिजनों ने जब वहां मौजूद स्टाफ से पूछा तो उसने सभी के लंच पर जाने की बात कहीं। ऐसे में वे लोग पोस्टमार्टम विभाग के बाहर ही इंतजार करने को मजबूर थे। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि हास्पिटल में अब भी व्यवस्था सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है।

क्या है मामला

डोरंडा थाना क्षेत्र के डोरंडा के रहने वाले ख्भ् वर्षीय रिजवान हवारी ने घरेलू विवाद के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद परिजन उसे गुरुनानक हास्पिटल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद शुक्रवार सुबह परिजनों ने घटना की जानकारी डोरंडा पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया।

भाई ने बताई परेशानी

हमलोग क् बजे से ही यहां बैठे हुए है लेकिन कोई भी पोस्टमार्टम के लिए नहीं आया। स्टाफ से पूछने पर उसने डिपार्टमेंट के लोगों के लंच पर जाने की बात कहीं। हमलोगों के पास इंतजार करने के अलावा कोई चारा भी नहीं है।

काजिम रिजवी

वर्जन

ऐसा तो नहीं होना चाहिए। वहां स्टाफ हमेशा मौजूद रहता है। अगर नहीं है तो इस मामले को देखा जाएगा।

डा। एस हैदर, डायरेक्टर, रिम्स

स्तनपान कराने से कम होता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा

हर माता को स्तनपान कराना चाहिए। इससे मां और बच्चे दोनों को फायदा होता है। स्तनपान कराने से मां को स्तन कैंसर की संभावनाएं कम होती है। इन दिनों स्तन कैंसर की बीमारी विकराल रूप ले रही है। इसका मुख्य कारण है कई माताएं स्तनपान कराने से बचती है। लेकिन अब समय आ गया है कि आज महिलाओं को स्तनपान का महत्व बताया जाए। साथ ही जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाना चाहिए। ये बातें रांची यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी डॉ। एम रजीउद्दीन ने कहीं। शुक्रवार को रांची वीमेंस कॉलेज के सीनएडी विभाग की ओर से आयोजित विश्व स्तनपान सप्ताह के मौके पर बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। वहीं विभाग में ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की ओर से पोस्टर, स्लोगन, डांस और संगीत के साथ भाषण के माध्यम से भी स्तनपान के महत्व की जानकारी दी। इस आयोजन में टीचर गीता कुमारी और अर्चना चौबे ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।