- एसटीएफ की टीम ने खोराबार के कड़जहां के पास जवाबी फायरिंग में मार गिराया

- कुख्यात बदमाश धर्मेद्र 35 अपराधिक मामलों में चल रहा था वांछित

- सिटी के एक डॉक्टर की हत्या की बनाई थी योजना

GORAKHPUR:

खोराबार एरिया के रामनगर कड़जहां फोरलेन के पास एसटीएफ की टीम ने गुरुवार की रात दो लाख के इनामी कुख्यात बदमाश धर्मेन्द सिंह को मुठभेड़ में मार गिराया। एनकाउंटर के बाद गंभीर हालत में पास के सामुदायिक स्वास्थ्य में एडमिट कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एनकाउंटर की खबर मिलते ही मौके पर एसएसपी, एसपी सिटी और अन्य अफसर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि धर्मेन्द्र पूर्वाचल में आतंक का पर्याय बन चुका था। उसे पकड़ने के लिए जिले की पुलिस लगी हुई थी। मुखबिर से मिली सूचना पर एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर लिया। दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई। एसटीएफ द्वारा जबावी फायरिंग में धर्मेन्द्र को तीन गोलियां लगीं।

आजमगढ़ का रहने वाल

आजमगढ़ जिले के तरवां थानाक्षेत्र के खुटहन का रहने वाला कुख्यात अपराधी धर्मेन्द्र सिंह पर पांच जिलों के विभिन्न थानों में लूट, हत्या, डकैती के तमाम मामलों में शामिल था। वह बनारस, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, भदोही, गोरखपुर की पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था। गुरुवार को पौने आठ बजे एसटीएफ को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि धर्मेन्द्र गोपालगंज (बिहार) जा रहा है। वहां से लौटने के बाद वह गोरखपुर के किसी डॉक्टर की हत्या करने वाला है। इसके बाद सक्रिय हुए एसटीएफ प्रभारी विकास त्रिपाठी अपनी टीम के साथ खोराबार के रामनगर कड़हजहां फोरलेन के पास चारों तरफ से घेराबंदी कर दी। नौसड़ की तरफ से आए रहे धर्मेन्द्र को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन वह सादी वर्दी में कुछ लोगों को देखकर चौकन्ना हो गया। इसके बाद उसने गाड़ी को फोरलेन से नीचे उतारने का प्रयास किया। नीचे खाई होने की वजह से वह गाड़ी छोड़कर खाई में कूद कर भागने लगा, लेकिन एसटीएफ ने चारों तरफ से उसे घेर लिया। अपने को फंसता देखकर धर्मेन्द्र कार्बाइन और पिस्टल से ताबडतोड़ फायरिंग करने लगा। एसटीएफ ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। आधा घंटे तक रुक-रुककर हुई फायरिंग में धर्मेन्द्र सिंह के शरीर में तीन गोलियां लगीं। गोली लगते ही वह गिर पड़ा। गंभीर हालत में उसे खोराबार स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।