-एसएसपी दीपक कुमार ने अरेस्टिंग से किया इंकार

-शासन ने 50 हजार के इनाम पर लगा दी मोहर

ALLAHABAD: तीन दिन से चल रहे हरिश्चन्द्र और उसके भाई की अरेस्टिंग का खेल में अब ट्विस्ट आता नजर आ रहा है। एसएसपी दीपक कुमार का दावा है कि हरिश्चन्द्र अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा नहीं है। भ्0 हजार रुपए के इनामी बदमाश हरिश्चन्द्र के पकड़े जाने की चर्चाएं पुलिस विभाग में जोर पकड़ी थी। मीडिया में न्यूज पब्लिश होने के बाद एक बार फिर से एसएसपी यह बात कह रहे हैं कि क्राइम ब्रांच की कोई विंग उसे अभी तक अरेस्ट नहीं कर सकी है। और न ही उन्हें इस मामले में कोई जानकारी है।

चर्चा का विषय बना रहा

दरअसल क् नवंबर की शाम से ही हरिश्चन्द्र के पकड़े जाने की खबर आने लगी। पुलिस विभाग में यह चर्चा का विषय बना गया। क्राइम ब्रांच की एक टीम ने हरिश्चन्द्र और उसके भाई को दबोच लिया है। फ् नवंबर को मीडिया में भी यह खबर प्रमुखता से पब्लिश हुई कि आतंक का पर्याय बना हरिश्चन्द्र अपने भाई के साथ पकड़ लिया है। पुलिस टीम उसे पकड़ कर पूछताछ करने में जुटी है।

उसी के बाद बढ़ा इनाम

अरेस्टिंग की अफवाह से पहले हरिश्चन्द्र पर क्0 हजार रुपए का इनाम था। फिर आईजी के यहां से वह क्भ् हजार का इनामी हो गया। यही नहीं कहानी उस वक्त मजबूत नजर आने लगी जब पुलिसवालों के बीच ही यह चर्चा होने लगी कि हरिश्चन्द्र और उसके साथियों पर भ्0 हजार का इनाम करने के लिए शासन को प्रपोजल भेजा गया है। यह अफवाह बिल्कुल नहीं थी। लिस्ट में हरिश्चन्द्र के साथ उसके साथी उदय का भी नाम था। पुलिस ने उदय को पकड़ लिया और जेल भेजा तो पता चला कि दोनों भ्0-भ्0 हजार रुपए के इनामी हो चुके हैं।

कौन फैला रहा अफवाह

पुलिस विभाग में यह खबर किसने फैला दी कि हरिश्चन्द्र पकड़ गया है? इसकी जांच भी शुरू हो गई है। अब सवाल यह है कि आखिर पुलिस की वह कौन सी विंग है जो इस तरह की अफवाहें फैला रही है। चर्चा करने वाले यह दावा करते हैं कि उदय के साथ हरिश्चन्द्र भी पकड़ा गया था। अगर यह सच है कि पुलिस उसे पकड़ चुकी है तो पचास हजार की यह कामयाबी अब तक सामने क्यों नहीं लाई गई। बहरहाल अब हरिश्चन्द्र के पकड़े जाने के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि ऐसा क्यों हुआ? क्या पुलिस उससे अभी और राज उगलवाने के लिए पूछताछ में जुटी है या फिर सच में किसी ने उसकी अरेस्टिंग की अफवाह उड़ा ताकि पुलिस गलती से भी उसका एनकाउंटर न कर सके।

खौफनाक हैं उसके इरादे

हरिश्चन्द्र पुलिस के लिए यूं ही चैलेंज नहीं बना है। दरअसल वह कई मर्डर और लूट केस में वांटेड है। पुलिस का दावा है कि वह पुलिस की नजरों से बचकर लगातार अपने कारनामों को अंजाम दे रहा है। कुछ दिन पहले ही हरिश्चन्द्र ने धूमनगंज एरिया में रहने वाले एक डॉक्टर को फोन करके दो लाख रुपए की रंगदारी भी मांगी थी। हालांकि, डॉक्टर ने इस धमकी की जानकारी पुलिस को नहीं दी। उसने कहा था कि रुपए नहीं मिले तो उसके बच्चे की हत्या हो जाएगी। इस तरह की सूचनाएं मिलने के बाद पुलिस की कई विंग हरिश्चन्द्र की तलाश में जुटी है।