छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: करीम सिटी कॉलेज के इंटरनल क्वालिटी एश्यूरेंस सेल द्वारा 'ई-वेस्ट मैजेनमेंट' पर कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में कोलकाता की हुलडेक कंपनी के अर्जुन सिंह गिल थे। ई-वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में 'जुस्को' का टाई-अप इस कंपनी से है। करीम सिटी कॉलेज ने भी इस कंपनी से टाई-अप किया है जिससे कॉलेज के विभिन्न विभाग, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी तथा विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम की शुरुआत आइक्यूएसी के प्रभारी डॉ। यहिया इब्राहीम के स्वागत भाषण और विषय वस्तु पर प्रकाश डालने के साथ हुआ। कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ। मोहम्मद रेयाज ने आडिटोरियम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। उनके बाद अर्जुन सिंह गिल मंच पर आए। पहले उन्होंने विषय से संबंधित एक वीडियो दिखाया। इसके बाद 'ई-वेस्ट मैनेजमेन्ट पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस कार्यशाला में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उपस्थित होकर भाग उठाया। इसमें शामिल होने वाले सभी विद्यार्थी को कॉलेज प्रमाण-पत्र देगा।

पटमदा डिग्री कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: भारत सरकार की नई शिक्षा नीति 21वीं सदी को सोचकर बनाई गई है। यह आज की जरूरत है। यह शिक्षा नीति देश में नई क्रांति लाएगी। यह वर्तमान परिवेश में सबसे उपयुक्त है।

यह बातें पटमदा डिग्री कॉलेज, जाला में चैलेंज इन प्रमोटिंग रुरल एजुकेशन इन इंडिया विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में मलेशिया से आये रिसेार्स पर्सन मुख्य वक्ता इस्माइल मो। जैन ने कही। उन्होंने कहा कि यहां ग्रामीण क्षेत्र में जो मोबाइल नेटवर्क की सुविधा है, वह मलेशिया में नहीं है। इस कारण भारत के ग्रामीण क्षेत्र के लोग मोबाइल को ही कंप्यूटर की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। यह अच्छी बात है। मुख्य वक्ता ने एनालाइसिस स्ट्रेटजी इवेल्यूशन एंड इंप्लीमेंट की पद्धति से उपस्थित शिक्षकों को अवगत कराया। इससे संबंधित साइट एवं तकनीक के उपयोग करने का तरीका भी सिखाया। पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से उन्होंने वर्तमान शैक्षणिक स्थिति, नई शिक्षा नीति और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के मार्ग में रुकावट आदि पर अपनी बात रखी।

40 शोध पत्र प्रस्तुत

इससे पूर्व मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ। एके झा, मुख्य वक्ता इस्माइल मो। जैन, कॉलेज के प्राचार्य डॉ। एसके सेन, डॉ। वीणा पाणि महतो, जेके शैक्षणिक सेटेलाइट संस्थान के डॉ। यामिनी कांत महतो, केयू के एनएसएस को-आर्डिनेटर डॉ। दारा सिंह एवं अन्य अतिथियों ने सेमिनार का उद्घाटन किया। इस मौके पर वर्कर्स कॉलेज, जमशेदपुर के भूगोल शिक्षक एसएस पाण्डेय सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। सत्र के अंत में डॉ। महतो ने कुड़माली झुमुर प्रस्तुत किया। तकनीकी सत्र में विविध महाविद्यालयों से आये शिक्षकों ने 40 शोध पत्र प्रस्तुत किए।

शिक्षित भारत जरूरी : डॉ। झा

पटमदा के डिग्री कॉलेज में मुख्य अतिथि डॉ। एके झा ने चैलेंज इन प्रमोटिंग रूरल एजुकेशन इन इंडिया पर कहा कि महाविद्यालय के द्वारा इस प्रकार का प्रयास सराहनीय है। कहा कि अगर पांच ट्रिलियन की इकोनॉमी देश को बनाना है तो हमें साक्षर भारत से शिक्षित भारत की ओर जाना होगा। आवश्यकता आधारित कौशल को विकसित करना होगा। जानकारी की व्याख्या और शैक्षणिक उपकरणाों का सहयोग हमें लक्ष्य तक पहुंचा सकता है। शिक्षा के माध्यम से ग्रामीण भारत की तस्वीर बदली जा सकती है।