-डीएवी इंटरमीडिएट कॉलेज के स्टूडेंट ने बनायी बॉडी कूल वॉच

-किसान के बेटे ने दो साल में तैयार की घड़ी

गर्मी के मौसम में जब गर्मी सताने लगती है और बदन से पसीना निकलने लगता है तो सबसे पहले एसी की याद आती है। मजबूरी है यह हर किसी को और हर जगह तो उपलब्ध हो नहीं सकता है। लेकिन कुछ ऐसा है जो हर वक्त हर जगह आपको कूल कर सकता है। ये है एक कलाई घड़ी, जिसका इजाद किया है इंटर में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने। यह घड़ी काफी सहूलियत देने वाली सस्ती और काफी कारगार है।

एल्यूमिनियम-पारा का यूज

डीएवी इंटरमीडिएट कॉलेज में कक्षा 11 में मैथ के स्टूडेंट देवेंद्र पटेल ने ऐसी खास कलाई घड़ी बनायी है जो गर्मी में बदन को ठण्डा और सर्दी में गर्म रखेगी। इसे एल्यूमिनियम, पारा के अलावा छोटी दो बैट्री, छोटा बल्ब, एक चार्जर पिन, स्विच, ट्रांजिस्टर, केबल, बोर्ड आदि की मदद से तैयार किया गया है। एक सर्किट में सभी को बांधा गया है। स्विच को ठण्डी वाले पारा बदन को ठण्डा करता है। वहीं गर्मी वाले प्वाइंट पर लगाने पर एल्यूमिनियम बदन को गरम करता है।

हालांकि घड़ी को पानी से को बचाना होगा, क्योंकि अभी वाटर प्रूफ की दिशा में काम होना बाकि है।

गर्मियों के मौसम में एक से डेढ़ घंटे तक कलाई में घड़ी लगाए रखिए और फिर देखिए कि पूरी बॉडी आपकी ठंडा-ठंडा फील करेगी। जिसे तैयार करने में पूरे दो साल लग गए।

3500 रुपये में हुई तैयार

खास डिवाइस को बनाने में देवेन्द्र को दो साल लग गए। घर की माली हालत ठीक नहीं होने पर डिवाइस में के लिए जरूरी मैटेरियल्स खरीदने के लिए पैसे कम पड़ जा रहे थे। लिहाजा पाई-पाई जोड़ना कर देवेंद्र ने अपनी मेहनत को रंग दिया और 3500 रुपये की लागत में घड़ी बनकर तैयार हो गई। करधना, प्रतापपुर गांव निवासी किसान राजेश पटेल के पुत्र देवेंद्र पटेल ने इस घड़ी का नाम 'बॉडी कूल वॉच' दिया है। किसान पुत्र के इस अविष्कार पर डीएवी इंटर कॉलेज में उत्साह भी है।

नहीं पहन सकेंगी प्रेग्नेंट लेडी

पेल्टियर माडल पर बनाए गए इस वॉच को प्रेग्नेंट लेडी नहीं पहन सकेंगी। चर्म रोगियों को भी इस घड़ी पहने से बचना चाहिए। देवेंद्र का दावा है कि दिल के रोगियों के लिए यह घड़ी फायदेमंद हो सकती है। लगातार पहनने से दिल का दौरा पड़ने के चांसेज कम हो जाते हैं। कई धातुओं को मिलाकर तैयार की गयी घड़ी को लेकर देवेंद्र ने बताया कि इसके पीछे एक मात्र उद्देश्य कुछ अलग और नया करना है।

स्कूल में देवेंद्र सबसे होनहार छात्र है। स्कूल की ओर से आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में भी देवेंद्र के मॉडल को काफी सराहा गया है। छोटी सी उम्र में इस तरह की वैज्ञानिक सोच रखना वाकई में काबिले तारीफ है।

डॉ। दयाशंकर मिश्रा प्रिंसिपल

डीएवी इंटर कॉलेज