RANCHI: राजधानी में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। कभी मूसलाधार तो कभी जमीन को तर करने वाली बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन हरमू इलाके में बारिश के बावजूद बोरिंग में पानी नहीं आया है। जिससे कि आज भी लोग टैंकर के पानी पर निर्भर हैं। अब उन्हें चिंता सता रही है कि बोरिंग में पानी नहीं आया तो सालभर पानी कैसे मिलेगा। बताते चलें कि गर्मी के दिनों में रातू रोड, हरमू, अशोक नगर के कई इलाकों में वाटर लेवल के नीचे जाने से बोरिंग सूख गए थे।

रिश्तेदारों के यहां डाला डेरा

बोरिंग जवाब देने के बाद दर्जनों परिवार अपना घर छोड़ रिश्तेदारों के यहां चले गए थे। उन्हें उम्मीद थी कि बारिश के बाद स्थिति सुधरेगी तो घर लौट आएंगे। लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। अबतक बोरिंग में पानी का लेवल नहीं आया है। इस वजह से वे लोग अपने रिश्तेदारों के यहां ही ठहरे हुए है।

क्या कहती है पब्लिक

ग्राउंड वाटर तो पूरी तरह से नीचे चला गया है। हालत काफी खराब है। टैंकर से पानी तो मिल रहा है। लेकिन कब तक ऐसा चलता रहेगा। हमारी सरकार को इस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है। केवल रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाने से नहीं होगा। बारिश के लिए पेड़ भी लगाने होंगे। तब रेगुलर बारिश होगी और ग्राउंड वाटर रिचार्ज होगा।

राकेश कुमार सिंह

हमारे प्रतिनिधि केवल बड़ी-बड़ी बातें करते है। लेकिन सच्चाई जानने कोई नहीं आता। बोरिंग सूख गए है तो इसके लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग जरूरी है। पर बारिश के लिए पेड़ लगाने होंगे यह कोई नहीं कहता। दिखावे के लिए पेड़ लगा दिए जाते है पर दोबारा कोई देखने तक नहीं आता। आखिर जनप्रतिनिधि हमें कब तक टैंकर से पानी पिलाएंगे।

संजय कुमार पॉल