JAMSHEDPUR: अप्रैल आने के साथ भीषण गर्मी आ गई है. रविवार अब तक का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया. गर्मी के साथ गोविंदपुर में पानी की किल्लत ने भी दस्तक दे दी है. गोविंदपुर वासियों ने सोचा था कि पाइपलाइन काम हो जाने के कारण पानी मिलेगा, लेकिन अबतक योजना पूरी नहीं होने से पानी की सही तरीके से सप्लाई नहीं हो रही है. बीच-बीच में पानी दिया जाता है. वहीं गधरा, राहरगोड़ा, बारीगोड़ा में पानी की टेस्टिंग करके छोड़ दिया गया है. पिछले साल मार्च में गोविंदपुर में पाइपलाइन बिछाने कार्य पूरा हो गया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी सही तरीके से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है. इसके कारण 70 हजार की आबादी वाले गोविंदपुर इलाके के लोगों को इस साल भी पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बोरिंग फेल होने लगे हैं, कई जगहों पर चापाकल खराब हैं. लोग दूर-दराज के क्षेत्रों से पीने का पानी का मंगवा रहे हैं.

600 रुपए हर महीने

लोगों ने बताया कि छोटा गोविंदपुर हाउसिंग कॉलोनी में एक हजार घर हैं. 1972 से यहां हाउसिंग बोर्ड टेल्को द्वारा पानी की सप्लाई की जा रही है. पानी दिन में बस एक बार आता है, वह भी 10 या फिर 20 मिनट के लिए. कुछ जगहों पर पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण, पानी आने का टाइम भी निर्धारित नहीं है. स्थानीय लोगों के मुताबिक कुछ हाउसिंग कॉलोनी जैसे जनता फ्लैट, सिंगल क्वाटर में पानी की सप्लाई टेल्को नहीं करती है, यहां के लोग पानी खरीदने के लिए मजबूर हैं. जनता फ्लैट तथा सिंगल क्वाटर में छह बोरिंग हैं, जिनसे करीबन 120 घरों को पानी मिलता है. लोगों ने बताया कि पानी के लिए महिने में 600 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं.

तालाबों का हाल बुरा

कुछ तालाबों में अतिक्रमण लिया गया गया है. ये गर्मी के दस्तक देने से पहले ही सूख गए हैं. राम जानकी सरोवर, गोविंदपुर तलाब, खखरी पाड़ा तालाब सूखने के कगार पर हैं. कुछ तलाब काफी गंदे हैं. इनके पानी का इस्तेमाल लोग नहीं करते हैं.

कंपनी के टैंकर का सहारा

पीने पानी के लिए स्थानीय कंपनी के टैंकर का भी सहारा रहता है. गर्मी के दिनों में टाटा पावर, न्यूविको, स्टील स्ट्रिप्स कंपनी की ओर से एक-एक टैंकर पूरे एरिया में पेयजल की आपूर्ति करती है. टैंकर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति थाना से होती है, क्योंकि कहीं पानी को लेकर विवाद ना हो. पहले थाने में टैंकर आता है. इसके बाद थाना से टैंकर को पूरे इलाके में घुमाया जाता है.

400 फीट तक पानी नहीं

गोविंदपुर के रांची रोड, गिट्टी मशीन, साईं मंदिर, तीन तल्ला, सुभाष नगर में हर दूसरा चापाकल खराब है. इसकी सुध यहां के जनप्रतिनिधि भी नहीं लेते हैं. गोविंदपुर थाने में लगा चापाकल भी खराब है. इससे थाने में आने वाले फरियादी को परेशानी होती है. गोविंदपुर में ज्यादातर चापाकल खराब है. स्थानीय लोगों के मुताबिक पानी का लेयर 270 फीट नीचे है, लेकिन कई इलाकों में 400 फीट नीचे भी पानी नहीं मिलता है.

स्थानीय लोगो की बाइट

हमने सोचा इस साल पानी की परेशानी नहीं होगी. लेकिन पाइपलाइन द्वारा पानी एक सप्ताह में एक बार ही आ जाता है, वो भी नाम के लिए पानी आता है. अभी पिछले दस दिन से पानी आ ही नही रहा है. पूरे गोविंदपुर में पानी की काफी किल्लत है. जल्द से जल्द पानी सप्लाई शुरु करनी चाहिए सरकार को.

-रौशन कुमार, स्थानीय

गोविंदपुर के लगभग सारे चापाकल खराब हैं. 50 बार हैंडल चलाने के बाद ही पानी निकलता है. चंदा जुटाकर चापाकल बनाया था, यहां के जनप्रतिनिधि से शिकायत करने पर वे पीएचइडी विभाग जाकर नल ठीक कराने का आवेदन देने के लिए कहते हैं. हमारी तो कोई नहीं सुनता है.

-राहुल घोष, स्थानीय

पानी के टैंकर की सप्लाई भी सही ढंग से नहीं होती है. इतनी बड़ी जनसंख्या के लिए टैंकर से पानी की पर्याप्त सप्लाई नहीं होती है. बहुत से लोगों को पानी नहीं मिलता है. कई इलाकों में पानी का टैंकर जाता भी नहीं है.

राहुल चक्रवर्ती, स्थानीय

सिंगल क्वाटर एरिया में सारे चापाकल खराब हैं. इन्हें ठीक कराने के लिए हमने कई बार आवेदन भी दिया, लेकिन कई हमारी फरियाद नहीं सुन रहा है. गर्मी आते ही गोविंदपुर में पानी संकट काफी बढ़ जाता है. पता नहीं सप्लाई पानी कब मिलेगा.

गौरव कुमार, स्थानीय