- वाटर ट्रांसपोर्टेशन के संबंध में मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग के सेक्रेटरी ने कमिश्नर-डीएम संग की मीटिंग

- कहा, अक्टूबर तक रामनगर में टर्मिनल तैयार करने का है टारगेट, कैथी में भी बनेगा टर्मिनल

VARANASI: वह दिन दूर नहीं जब गंगा में दो हजार टन भार लादे हुए बड़ी शिप नजर आएंगी। हल्दिया से इलाहाबाद तक क्म्ख्0 किमी वाटर ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट के तहत गंगा की दो से ढाई मीटर तक ड्रेजिंग कराई जाएगी। इससे दो हजार टन के शिप आसानी से आ-जा सकेंगे।

ये जानकारी मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग के सेक्रेटरी राजीव कुमार ने गुरुवार को दी। प्रोजेक्ट के तहत रामनगर के राल्हूपुर में प्रपोज्ड टर्मिनल तथा इसको रेल व सड़क परिवहन से जोड़ने की संभावनाओं तथा तैयारियों के बारे में उन्होंने एक होटल में कमिश्नर-डीएम सहित अन्य अफसरों के साथ मीटिंग की। बाद में मीडिया को बताया कि हमारा टारगेट राल्हूपुर में अक्टूबर तक टर्मिनल तैयार करने का है। उन्होंने बताया कि एक ऑप्शन के तौर पर कैथी को भी रखा गया है क्योंकि बनारस में हमने राल्हूपुर की जगह एक और टर्मिनल की जरूरत महसूस की है। इसमें कैथी टर्मिनल व‌र्ल्ड बैंक की सहायता से तथा राल्हूपुर केंद्र सरकार की सहायता से तैयार किया जाएगा। मीटिंग में भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के निदेशक वित्त प्रवीर पांडेय, पटना के निदेशक गुरुमुख सिंह, विश्वबैंक की वरिष्ठ अधिकारी मृदुला सिंह, एसडी गुजराती, आरएस सोलंकी भी प्रेजेंट रहे।