- 30 जून तक रखा गया था नाला सफाई का टारगेट

- अन्डरग्राउंड नाले बनेंगे मुसीबत

आगरा। शहर में जलभराव को तैयार रहिए। शहर के 16 अंडरग्राउंड नाले मुसीबत बनेंगे। ये अभी तक साफ नहीं हो सके हैं। इनकी सफाई के लिए टेंडर भी नहीं हो सका है। इसके अलावा शहर में कई स्थानों पर नाले साफ नहीं हो सके हैं। बता दें कि 30 जून तक शहर के 441 नालों की सफाई का टारगेट सुनिश्चत किया गया था., लेकिन तय समय में पूरे नाले साफ नहीं हो सके। हालांकि अफसरों का दावा है कि 399 नाले साफ हो चुके हैं, लेकिन हकीकत की तस्वीर इसके विपरीत है।

मानसून दे रहा दस्तक अब 15 जुलाई तक करेंगे साफ

एक ओर मानसून दस्तक दे रहा है। जो नाले अभी तक साफ नहीं हो सके हैं, उनके लिए अफसरों ने 15 जुलाई तक का समय रखा है। बड़ा सवाल ये है कि जब बारिश शुरु हो जाएगी तो नाले कैसे साफ हो पाएंगे। इनको तलीझाड़ किया जाना था। बता दें कि उखर्रा नाला, विभव नगर और लोहामंडी आदि ऐसे स्थान हैं, जहां नालों की सफाई होना शेष है। गौरतलब है कि 29 मई को मेयर नवीन जैन और नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने संयुक्त रुप से प्रेसवार्ता कर अन्डरग्राउंड नालों को मशीनों से साफ करने का दावा किया गया था। अफसरों का दावा था कि नालों की सफाई की ऊपर से ही मॉनीटरिंग की जा सकेगी। इसमें रस्सी के सहारे सफाई कर्मचारी को ऑक्सीजन मॉस्क लगाकर उतारा जा सकेगा। मशीन से अन्दर नाले में ऑक्सीजन भेजी जा सकेगी। नाले में जो भी होगा उसे कैमरे के जरिए मॉनीटर पर देखा जा सकेगा। इस दौरान पाइप से नाले की सिल्ट को खींचकर टैंक में भरा जा सकेगा। किसी भी प्रकार की संवेदनशील या इमरजेंसी होने पर सफाई कर्मचारी को तुरन्त बाहर निकाला जा सकेगा, लेकिन अभी तक इसकी शुरुआत नहीं हो सकी है।

कुल नाले 441

बड़े नाले 31

अन्डरग्राउंन्ड नाले 16

छोटे नाले 399

अभी 16 नाले नहीं हो सके साफ

शहर में इन स्थानों पर होता जलभराव

- वजीरपुरा

- बिजलीघर चौराहा

- रोशन मोहल्ला

- सूरसदन तिराहा

- रामनगर

- सेंट जोंस चौराहा

- आजमपाड़ा

- राजामंडी

- नाला काजीपाड़ा

- जीवन मंडी

- खंदारी

- हसनपुरा

- चर्च रोड

- राम नगर की पुलिया

- एमजी रोड-टू

- साकेत कॉलोनी

हर वर्ष नालों की सफाई पर खर्च होता है एक करोड़ से भी ज्यादा का बजट