यहां पब्लिक ने ही तोड़ दिया यूरिनल

सिनेमा रोड पर यूनाइटेड टॉकिज के सामने मार्केट बनने के बाद एक यूरिनल बना था। एक यूरिनल बैंक रोड पर एमजी गली के मोड़ पर भी एक यूरिनल बना था, इसी तरह से बक्शीपुर पुलिस चौकी के बगल में, नखास के पास, मदीना मस्जिद के पास, मोहद्दीपुर में श्री टॉकिज के पास, कूड़ाघाट तिराहा, असूरन चौक, विष्णु मंदिर के पास, राप्ती कांप्लेक्स के पास, लालडिग्गी के पास, अलीनगर में, धर्मशाला बाजार, धर्मशाला बाजार स्टैंड, पुलिस लाइन रास्ता, कैंट सीओ आफिस के पास सहित कम से कम एक दर्जन से अधिक शहर के प्रमुख मार्केट में यूरिनल हुआ करता था, लेकिन यहीं के लोगों ने ही इस यूरिनल को तोड़ दिया है। स्थिति यह है कि आज यह यूरिनल शहर से गायब हो चुके हैं, नगर निगम को इसका अवशेष तक नहीं मिल रहा है, जिसके कारण नगर निगम इनकी सफाई तक नहीं करा पा रहा है।

पार्षद भी नहीं लेते सूधि

शहर में यूरिनल समाप्त होने के पीछे पब्लिक दोषी होने के साथ ही साथ पार्षद भी कम दोषी नहीं है। नगर निगम के सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने-अपने एरिया के यूरिनल की सफाई का कार्य करेंगे, लेकिन नगर निगम के सफाई कर्मी मोहल्ले, नाले और नालियों की सफाई कर देते हैं, लेकिन एरिया के यूरिनल की सफाई का कार्य कभी नहीं करते हैं। यही नहीं कभी उस एरिया के पार्षद भी इस बात की सूधि नहीं लेते हैं कि वह अपने एरिया के यूरिनल की सफाई का कार्य करें।

शहर के मार्केट से यूरिनल गायब होने की जितनी जिम्मेदारी नगर निगम की है उतनी ही जिम्मेदारी पब्लिक की भी है। अगर यूरिनल की सफाई का ख्याल थोड़ा भी पब्लिक करती तो शहर के यूरिनल जरूर बच जाते।

संदीप चौधरी, निवासी चौरहिया गोला

पार्षद अगर अपने एरिया के यूरिनल की सफाई का ध्यान रखते तो शहर के सभी एरिया में यूरिनल आज बचे होते, लेकिन पार्षद कभी अपने एरिया के यूरिनल की सफाई का कार्य ही नहीं करता है और यूरिनल बर्बाद हो जाता है।

संजय शिलांकुर, निवासी, हड़हवा फाटक

पब्लिक की स्थिति यह है कि शहर की सड़कों पर तो गंदगी करते ही हैं, यूरिनल की बात कौन कहे। शहर की सड़कों गायब हुए यूरिनल के लिए सबसे अधिक पब्लिक दोषी है।

मुन्ना कुमार, निवासी हुमायूंपुर