नई दिल्ली (एएनआई / आईएएनएस। देश में सोशल मीडिया साइट फेसबुक को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग छिड गई है। 14 अगस्त को वॉल स्ट्रीट जर्नल में एक लेख प्रकाशित होने के बाद रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर देश में फेसबुक और व्हाट्सएप काे कंट्रोल करने का आरोप लगाया था। इसके बाद बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया था कि बीजेपी को फेसबुक से कोई अलग से सपोर्ट नहीं मिलता है यह महज आरोप हैं। इस सबके बीच सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने प्रतिक्रिया दी है। फेसबुक प्रवक्ता ने कहा कि नफरत फैलाने वाले भाषण (हेट स्पीच) और कंटेंट पर प्रतिबंध लगाते हैं जो हिंसा को उकसाता है। हम इन नीतियों को किसी की राजनीतिक स्थिति या पार्टी से संबद्धता के बिना विश्व स्तर पर लागू करते हैं। हमें किसी दल या नेता ने से काेई मतलब नहीं होता है । हम निष्पक्षता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए नियमों को और धारदार बना रहे हैं।

भाजपा समर्थकों के लगभग 700 पेज डिलीट कर दिए थे फेसबुक ने

बता दें कि इससे पहले कल रविवार को बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा था कि पिछले साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले फेसबुक ने भाजपा समर्थकों के लगभग 700 पेज डिलीट किए थे जबकि हर पेज के लाखों फालोवर्स थे। भाजपा सूत्रों के अनुसार इनमें वी सपोर्ट इंडिया, मेरा भारत महान, हिंदुस्तानी सेना, यूथ फार नमो, कहो दिल से तथा नरेंद्र मोदी फिर से-जैसे कई पेज थे। मालवीय ने हेट स्पीच के दायरे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी खड़ा किया और कहा कि 'उनका विभेदकारी भाषण फेसबुक पर लाइव चला था और उसके बाद दिल्ली में दंगे भी हुए और कई की जानें भी गईं। सोनिया गांधी भी बराबर की जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, इसके बाद उन्होंने जो समुदाय अपना लिया है, वह भी काफी बड़ा है। ऐसा कोई हल नहीं है। इसलिए यह सुझाव देना कि फेसबुक बीजेपी से जुड़ा हुआ है, बिल्कुल असत्य है।

आखिरकार, अमेरिकी मीडिया फेसबुक के बारे में सच्चाई के साथ सामने आया

अमित मालवीय ने कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी पर अभद्र भाषा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जहां तक ​​नफरत फैलाने वाले भाषणों की बात है, तो सोनिया गांधी सबसे आगे हैं। उनके विभाजनकारी भाषण के कारण राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक पैमाने पर दंगे, मौत और विनाश हुआ। अगर फेसबुक को नफरत फैलाने वाले भाषण को संबोधित करना है, तो उन्हें सोनिया गांधी से शुरू करना होगा। इससे पहले रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर देश में फेसबुक और व्हाट्सएप को नियंत्रित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था बीजेपी और आरएसएस भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप को नियंत्रित करते हैं। वे फर्जी खबरें और नफरत फैलाते हैं और इसका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए करते हैं। आखिरकार, अमेरिकी मीडिया फेसबुक के बारे में सच्चाई के साथ सामने आया है।

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