- उछाल दर्ज करा रहे पारा से नहीं मिल रही राहत, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस देगा राहत

BAREILLY:

गर्मी इन दिनों शहर में सितम ढा रही है। मैक्सिमम पारा रुख दिन-ब-दिन सख्त होता ही जा रहा है। इसलिए मंडे को बरेली की सड़कों पर लोग पैक होकर निकले। गर्मी के चलते रात में सुकून की नींद भी नहीं आ रही है। वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक मौसम में आए दिन हो रहे उतार चढ़ावों से पारा स्थिर नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति बारिश के बाद संभलेगी। बारिश ही शहर के लोगों को हल्की राहत देगी। वहीं मंडे को मैक्सिमम टेम्प्रेचर --- डिग्री और मिनिमम टेम्प्रेचर -- डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

हावी हो रहा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस

आंचलिक मौसम अनुसंधान केंद्र ने जल्द ही प्रदेश में झमाझम बारिश की संभावना जताई है। डायरेक्टर जेपी गुप्ता ने बताया कि अभी तक वेस्टर्न डिस्टर्बेस से दो बार करीब 25 एमएम तक बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन बारिश न होने से पारा 42 डिग्री तक पहुंच गया है। हालांकि, हवा की दिशा उत्तर-पूर्व से उत्तर-पश्चिम होने से पर्वतों के बाद धीरे-धीरे मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहे हैं। जो आगामी दिनों में बारिश करेंगे। हालांकि दो दिनों के भीतर बूंदाबांदी होगी, इसके बाद तेज बारिश होगी, ऐसे आसार बन रहे हैं। अगर बारिश नहीं होगी तो कई इलाकों में सूखे की संभावना भी है।

गर्मी से सारे इंतजाम हुए फेल

बेतहाशा बढ़ती जा रही गर्मी ने एसी की डिमांड बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि लास्ट ईयर अप्रैल में बारिश होने से एसी की डिमांड नहीं थी। लेकिन इस बार गर्मी के तेवरों को देखते हुए लोगों ने मार्च से ही एसी की बुकिंग शुरू कर दी है। क्योंकि 42 डिग्री तक पहुंचे पारा की गर्मी को रोकने में कूलर फ्लॉप साबित हो रहा है। वहीं, मच्छरों के आतंक के चलते लोग छतों का रुख भी नहीं कर पा रहे हैं।