नई दिल्ली (पीटीआई)। भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को राष्ट्रीय महासंघ द्वारा अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है, हालांकि पूर्व विश्व चैंपियन पहले से ही देश के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न से सम्मानित हैं। भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (IWLF) ने रानू वेंकट राहुल और पुनम यादव के साथ चानू को नामित किया है। चानू ने 2018 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ खेल रत्न प्राप्त किया था। उन्हेंं उसी वर्ष देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था।

अब अर्जुन पुरस्कार पाना चाहती हैं चानू

25 वर्षीय, चानू ने यूएसए में 2017 भारोत्तोलन विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद खेल रत्न प्राप्त किया था। चानू का कहना है कि अर्जुन पुरस्कार के साथ एक सम्मान जुड़ा हुआ है, इसलिए वह इसे 'खेल रत्न' के बाद प्राप्त करने से इनकार नहीं करेगी। मीराबाई ने पीटीआई से कहा, "मुझे पता है कि खेल रत्न सर्वोच्च है लेकिन मैं अर्जुन पुरस्कार से पहले ही चूक गई थी और मैं भी यही चाहती हूं। कभी-कभी आप सभी चाहते हैं। खिलाड़ी अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करना पसंद करते हैं।" चानू ने बताया, कि उन्होंने 2018 में अर्जुन पुरस्कार के लिए भी आवेदन किया था। तब अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न दोनों के लिए आवेदन के बाद चानू को खेल रत्न दिया गया था।' यह पूछे जाने पर कि क्या कोई एथलीट, जिसे पहले ही खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है, को अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया जा सकता है, IWLF के महासचिव सहदेव यादव ने कहा कि "यह संभव है।"

22 साल की उम्र में 22 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था

कर्णम मल्लेश्वरी के बाद चानू वल्र्ड चैम्पियन बनने वालीं दूसरी भारतीय वेटलिफ्टर हैं। उन्होंने यह एचीवमेंट नवंबर 2017 में हासिल किया था। तब उन्होंने 194 किग्रा (स्नैच में 85 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 109 किग्रा) वजन उठाया था। उस वक्त चानू की उम्र 22 साल थी। वल्र्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड मेडल जीतने में 22 साल लग गए। कर्णम मल्लेश्वरी ने 1994 और 1995 में इस प्रतियोगिता में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था। वल्र्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत के खाते में अब तक सिर्फ दो गोल्ड ही आए हैं।