- मोहल्लों में जरूरत पर ही निकले लोग, काम निपटाकर वापस लौटे

- राजधानी के अलग-अलग इलाकों में लॉक डाउन के नियमों का हुआ पालन

- सड़कों पर भी ट्रैफिक हुआ सीमित, जरूरी सेवाओं के वाहन ही दिखे

LUCKNOW : पुलिस की सख्ती का असर बुधवार को राजधानी में साफ देखने को मिला। जो लोग लॉकडाउन के नियमों का माखौल उड़ाते नजर आ रहे थे वे अब एडवायजरी का पालन करते दिखाई दिये। जरूरत के सामान लेने लोग घरों से निकले भी तो खरीदारी के बाद वापस अपने घरों को लौट गए। लिहाजा, मोहल्लों में सन्नाटा ही नजर आया। हालांकि, कुछ जगह जरूर बाइक व कार पर सवार लोग सड़क पर निकले लेकिन पुलिस ने ई-चालान कर उन्हें सबक सिखा वापस लौटा दिया। शहर के अलग-अलग हिस्सों में क्या हालात रहे इसे जांचने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम शहर की सड़कों पर निकली, पेश है विशेष रिपोर्ट

हुसैनगंज चौराहा

टाइम: दोपहर 12:30 बजे

पूरे चौराहे पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इसी बीच गुरु गोविंद सिंह मार्ग की शुरुआत में स्थित एक स्वीट हाउस के मालिक थाल में मिठाइयां लेकर दरवाजे पर बैठ गए। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों व सामने ग्रोसरी स्टोर पर खरीदारी करने पहुंचे ग्राहकों को मुफ्त में मिठाई वितरित की। इसकी वजह पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उनकी दुकान खुल नहीं सकती। जो मिठाई दुकान में रखी है, वह खराब हो जायेगी। लिहाजा, उन्होंने निर्णय लिया कि इसे लोगों में वितरित कर दिया जाये। हालांकि, उन्होंने मिठाई वितरित करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भरपूर ख्याल रखा।

तेलीबाग शनि मंदिर चौराहा

टाइम दोपहर 1:40 बजे

रायबरेली रोड पर सन्नाटा पसरा हुआ था। लोगों की आवाजाही रोकने के लिये तेलीबाग शनि मंदिर के करीब पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी थी। मौके पर एक सेक्शन पीएसी के जवान भी तैनात थे। हालांकि, इस सन्नाटे के बीच चौराहे पर मौजूद एक ग्रोसरी स्टोर पर लोग खरीदारी के लिये जुटे हुए हैं। हालांकि खरीदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा हुआ था। दुकानदार भी लोगों से पर्याप्त दूरी बनाने की गुजारिश कर रहा था। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी लोगों को सामान खरीदने के बाद वापस लौटने की गुजारिश कर रहे थे।

उदयगंज चौराहा

टाइम : शाम 6 बजे

कैंट रोड पर इक्का-दुक्का वाहन ही चल रहे हैं। हालांकि उदयगंज स्थित माता सुग्गा देवी मार्ग पर सब्जी की दुकानें लगी हुई थीं। घरों से निकले लोग सब्जी व राशन का सामान लेने में जुटे हुए थे। हालांकि, यहां भी हालात मंगलवार से बिलकुल उलट थे। जहां बीती शाम लोगों की भीड़ जुटी हुई थी, वहीं आज रोड पर बेहद कम लोग ही मौजूद थे। यहां भी लोग सामान लेने के बाद सड़क पर रुकने के बजाय घरों की ओर जाते दिखाई दिये। रोड पर जो एक-दो वाहन सवार दिखाई भी दिये वे खरीदारी करने के बाद वापस अपने घरों को वापस लौट गए।

कमता तिराहा, चिनहट

एचसीएल नाम से मेल पर

टाइम : दोपहर 3 बजे

फैजाबाद रोड पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ था। इस सन्नाटे को पुलिस या एंबुलेंस की आवाज ही चीरती मिली। इसी बीच कमता तिराहे पर करीब एक दर्जन युवक पैदल ही आ पहुंचे। पूछने पर पता चला कि वे सभी बहराइच के रहने वाले हैं। इन युवकों में शामिल सूरज ने बताया कि वे एक फैक्ट्री में काम करते हैं। फैक्ट्री बंद होने की वजह से उन लोगों को रोटी के लाले पड़ गए हैं। बाजार में भी कोई दुकान नहीं खुल रही। लिहाजा, उन लोगों ने घर जाने का निर्णय लिया है। पर, काफी देर तक खड़े रहने के बावजूद उन्हें कोई सवारी गाड़ी नहीं मिली।

पॉलीटेक्निक चौराहा, फैजाबाद रोड

टाइम : दोपहर 3:30 बजे

हरियाणा नंबर की टैक्सी कार देखकर चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका। कार पर चार लोग सवार थे। पुलिस कर्मियों ने पूछताछ की तो ड्राइवर के बगल में बैठे युवक ने अपना नाम योगेंद्र बताया। उसने बताया कि वह चार दिन पहले काम के सिलसिले से लखनऊ आया था। बीते चार दिन से लॉकडाउन के चलते शहर से बाहर नहीं निकल पा रहे। उसने बताया कि उनके पास मौजूद पैसे भी खत्म हो गए। हालांकि पुलिसकर्मियों ने उनकी इस समस्या को सुनने के बावजूद नियमों का हवाला देते हुए आगे जाने की परमीशन देने से मना कर दिया और उन्हें वापस चिनहट की तरफ लौटा दिया।