-पब्लिक की सेहत बिगाड़ रहे हैं मेडिकल वेस्टेज

- 51 हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस देकर मांगा है शपथ पत्र

- कोर्ट की है मनाही फिर भी नॉर्मस को फॉलो नहीं कर रहे ज्यादातर हॉस्पिटल

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पब्लिक की सेहत बिगाड़ने के लिए काफी मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल के नॉर्मस को बनारस में फॉलो नहीं किया जा रहा है। नगर निगम की ओर से चिह्नित ऐसे हॉस्पिटल पर तो अब नोटिस का भी असर नहीं दिख रहा है। जो अपनी पुरानी परिपाटी पर ही अपने यहां से निकलने वाले कूड़े को निस्तारित कर रहे हैं। ऐसे 51 हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने बीते मंगलवार को नोटिस देकर शपथ पत्र मांगा है। बायो वेस्ट के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ने मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के नियम की अनदेखी करने वाले 12 बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल की एक लिस्ट बनाकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपी है।

पब्लिक की सेहत से खिलवाड़

कार्यरत संस्था की ओर से सौंपी गयी 12 हॉस्पिटल की लिस्ट में कहा गया है कि यहां से निकलने वाला मेडिकल वेस्ट सड़कों, गलियों, कंटेनर अथवा कूड़ाघर में फेंक दिया जाता है। कुछ ऐसे भी बड़े हॉस्पिटल हैं जो अपना मेडिकल वेस्टेज दूर दराज के इलाकों में निस्तारण कराते हैं। इन हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक सेंटर के पास मेडिकल वेस्टेज के डिस्पोजल का कोई प्लांट भी नहीं है।

क्या है नुकसान

डब्ल्यूएचओ स्टैन्डर्ड के अनुसार हॉस्पिटल से निकलने वाले बॉयो वेस्ट का असर पब्लिक की सेहत पर पड़ता है। संक्रामक जनित रोग में इनका परसेंट बढ़ जाता है। इसके अलावा दोबारा यूज हुई सिरिंज प्रभावित बीमारी कम से कम चार स्वस्थ्य व्यक्ति को इफेक्टेड करती है। मानक के अनुसार हर बेड से ढाई सौ ग्राम तक बायो वेस्ट निकलता है।

हाईलाइटर

- 309

मेडिकल इंस्टीट्यूशन

- 200

हॉस्पिटल

- 40

लैब

- 69

डायग्नोस्टिक सेंटर

नोटेड

- 15 सौ बेड वाले बीएचयू हॉस्पिटल से निकलता है 37.50 केजी मेडिकल वेस्ट

- 300 बेड वाले बीएचयू ट्रामा सेंटर से निकलता है 7.50 केजी मेडिकल वेस्ट

- पूर्वोत्तर रेलवे हॉस्पिटल और कैंसर रिसर्च सेंटर से 30 केजी तक मेडिकल वेस्ट

- डीएलडब्ल्यू सेंट्रल हॉस्पिटल से 20 केजी मेडिकल वेस्ट

- बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल से 20 केजी मेडिकल वेस्ट

- छोटे प्राइवेट हॉस्पिटल से 5 किलो मेडिकल वेस्ट

- स्टेट गवर्नमेंट के कबीर चौरा हास्पिटल से 50 केजी मेडिकल वेस्ट

- दीनदयाल हॉस्पिटल से 30 केजी मेडिकल वेस्ट

- डायग्नोस्टिक सेंटर से 1 केजी मेडिकल वेस्ट

रूल

- पहले चार अलग - अलग करल के डिब्बों में बायो वेस्ट का सेग्रीगेशन

- केमिकल से वेस्ट को डिस्पोजल करना

- ठोस वेस्ट को 8 सौ डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में जलाना ताकि वातावरण में उसका असर न दिखे

गाइड लाइन

- सुप्रीम कोट ने वर्ष 1998 में जारी किया गाइड लाइन

- वर्ष 2016 में नियम में हुआ था कुछ बदलाव

वर्जन

12 ऐसे बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल है जो नॉर्मस को फॉलो नहीं कर रहे हैं। इनकी लिस्ट बनाकर स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी है।

विवेक राय, प्रोजेक्ट मैनेजर सेंट्रल फॉर पाल्यूशन कंट्रोल

आफिसियल वर्जन

ऐसे हॉस्पिटल को चिन्हित कर उन्हें नोटिस दी जा चुकी है। अगर वो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण में कोई लापरवाही करते है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एके दूबे, नगर स्वास्थ्य अधिकारी